Evening exercise affects sleep: किसी भी तरह की एक्सरसाइज स्वास्थ्य के लिए लाभकारी मानी गई है।
लेकिन शाम की एक्सरसाइज से नींद की अवधि, समय और गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।
यह कहना है अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा की गई एक साझा स्टडी का।
स्टडी ने सोने के समय के करीब किए ज़ोरदार वर्कआउट से रात की नींद और दिल को नुकसान बताया है।
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यह जानकारी एक साल तक 14,689 इंसानों के वर्कआउट और नींद के डेटा विश्लेषण से मिली है।
उन्होंने एक्सरसाइज़, नींद और कार्डियोवैस्कुलर डेटा रिकॉर्ड करने के लिए एक डिवाइस पहना था।
देर शाम की कड़ी एक्सरसाइज़ से सोने में देरी सहित छोटी नींद और गुणवत्ता में कमी जुड़ी थी।
इसके अलावा, शाम की एक्सरसाइज से रात की रेस्टिंग हार्ट रेट अधिक लेकिन धड़कनों में कम बदलाव था।
बता दें कि सांस लेने, शरीर के तापमान, धड़कन और मानसिक सतर्कता में लगातार वृद्धि करने वाली एक्सरसाइज कड़ी मानी गई है।
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ऐसी एक्सरसाइज में HIIT वर्कआउट, फ़ुटबॉल, रग्बी खेल या लंबी दौड़ शामिल हैं।
विशेषज्ञ टीम ने कहा कि शाम को कड़ी एक्सरसाइज करने से शरीर अधिक सतर्क हो जाता है।
इस अवस्था में शांत नींद सहित दिल की धड़कनों को सामान्य रहने में दिक्कत पेश आती है।
निष्कर्षों के मुताबिक, सुखद नींद के लिए सोने से कम से कम चार घंटे पहले एक्सरसाइज कर लेनी चाहिए।
इसके अलावा, हल्की जॉगिंग या तैराकी जैसी छोटी और कम तीव्रता वाली एक्सरसाइज चुन सकते हैं।
स्टडी में हर रात तय समय पर सात या अधिक घंटे की नींद लेने की भी सलाह दी गई है।
ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में हई यह स्टडी नेचर कम्युनिकेशंस में छपी थी।