Breakfast lowers depression risk: एक अच्छा ब्रेकफास्ट डिप्रेशन होने की संभावनाओं में कमी ला सकता है।
यह कहना है एक नई स्टडी का जिसमें कैलोरी से भरपूर ब्रेकफास्ट खाने वालों में डिप्रेशन कम था।
स्टडी रिसर्चर्स ने खासकर दिल के रोगियों द्वारा भारी ब्रेकफास्ट करने से उनके डिप्रेशन में कमी कही है।
उन्होंने कहा कि कैलोरी सेवन का समय सर्कैडियन लय (Circadian rhythm) और मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित कर सकता है।
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सोने और जागने से जुड़ी सर्कैडियन लय में हुए व्यवधान से डिप्रेशन में इजाफा हो सकता है।
गौरतलब है कि हृदय रोगियों में पहले से ही डिप्रेशन का जोखिम अधिक होता है।
इसलिए नई स्टडी में उनके खान-पान और मानसिक स्वास्थ्य के बीच संबंधों को देखा गया।
रिसर्च टीम ने एक स्वास्थ्य सर्वे में शामिल लगभग 32,000 अमेरिकियों की हेल्थ और डाइट का विश्लेषण किया था।
उनमें से औसतन 66 वर्षीय लगभग 3,500 लोगों को दिल का कोई रोग और 554 को डिप्रेशन था।
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ब्रेकफास्ट में औसतन 88 कैलोरी की अपेक्षा 791 कैलोरी लेने वालों में डिप्रेशन की संभावना 30% कम थी।
यही नहीं, डिनर या लंच से दैनिक कैलोरी का 5% हिस्सा भी ब्रेकफास्ट में लेने पर डिप्रेशन जोखिम में 5% कमी थी।
कुल मिलाकर यह माना गया कि भोजन ग्रहण करने का समय बॉडी क्लॉक को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है।
इसके कारण किसी इंसान में डिप्रेशन होने या न होने की संभावना प्रबल होती है।
चीन के हार्बिन मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्टडी BMC मेडिसिन में प्रकाशित हुई थी।
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