प्रतिदिन 4-6 कप या अधिक कॉफी (Coffee) पीने से वृद्धावस्था में कमजोरी (Frailty) का खतरा कम हो सकता है।
कॉफी की आदत और कमजोरी के बीच संबंधों का विश्लेषण करने वाली यह स्टडी एम्स्टर्डम की है।
इससे पहले हुई स्टडीज ने भी कॉफी पीने से बढ़ती उम्र के कुछ लक्षणों में कमी बताई थी।
यह कमी विशेषकर दिमागी कामों में सुधार और सूजन-संबंधी बीमारियों में बचाव से जुड़ी थी।
- Advertisement -
नई स्टडी में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सात साल तक 40 से 65 वर्षीय 1,161 वयस्कों की जांच की थी।
इस दौरान, कॉफी सेवन तथा कमजोरी से जुड़े मामलों के बीच संबंधों का विश्लेषण किया गया।
विशेषज्ञों ने कम वजन, कमजोरी, थकावट, धीमे चलने और कम शारीरिक गतिविधि जैसी तीन या अधिक स्थितियों द्वारा कमजोरी का मूल्यांकन किया।
नतीजों में कॉफी पीने की अधिक आदत से कमजोरी की संभावना में कमी जानी गई।
प्रतिदिन 2 कप (1 cup = 125 ml) की तुलना में 4-6 कप या अधिक कॉफी पीने से कमज़ोरी की संभावना कम मिली।
- Advertisement -
स्टडी ने कमजोरी घटाने में कॉफी के एंटीऑक्सीडेंट की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
ये एंटीऑक्सीडेंट सूजन, सरकोपेनिया (मांसपेशियां सिकुड़न) कम करने व मांसपेशियों की क्षति रोकने में मदद कर सकते है।
कॉफी वृद्ध लोगों में इंसुलिन और ग्लूकोज स्तर को स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकती है।
हालांकि, निष्कर्षों की पुष्टि के लिए आगे अनुसंधान की आवश्यकता भी कही गई है।
इससे पता चलेगा कि कॉफी और कॉफी के प्रकार कमजोरी के विकास को कैसे प्रभावित करते है।
यह स्टडी यूरोपीय जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित हुई थी।