Wearable devices may detect viral infection: वियरेबल डिवाइस वायरस संक्रमण की शुरुआत और गंभीरता का पहले से ही अनुमान लगा सकते है, ये कहना है वैज्ञानिकों की एक टीम का।
यह संभावना यूके और यूएसए की कई यूनिवर्सिटी के खोजकर्ताओं की एक टीम द्वारा हालिया संपन्न छोटे से अध्ययन में देखी गई है।
टीम ने साबित किया है कि एक वियरेबल डिवाइस H1N1 फ्लू और सामान्य सर्दी-जुकाम के मरीजों में अंतर् बता सकता है।
डिवाइस की मदद से शुरुआती दौर में ही संक्रमण का पता लग सकता है। इससे कोई भी व्यक्ति रोगजनकों को फैलाने में सक्षम नहीं हो पाएगा।
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कलाई पर बांधे जाने वाले रिस्टबैंड बीमारी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण संकेतों जैसे रेस्टिंग हार्ट हार्ट, धड़कनों में परिवर्तनशीलता और त्वचा के तापमान को पढ़कर ऐसी मदद कर सकते है।
पहले से ही संक्रमण की जानकारी मिलने पर मरीज को भी अपने डॉक्टर से संपर्क करने में आसानी होगी।
इससे कोरोनोवायरस महामारी जैसे संकट के समय में सीमित संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग करके बचाव की योजना बनाई जा सकती है।
अध्ययन के लिए टीम ने 31 मनुष्यों को H1N1 के और 18 को एक सामान्य सर्दी के वायरस से संक्रमित किया। भाग लेने वालों ने टीकाकरण के चार दिन पहले और पांच दिन बाद तक सेंसर रिस्टबैंड पहने रखा।
रिस्टबैंड के डेटा का उपयोग करके खोजकर्ता संक्रमित और असंक्रमित इंसानों के बीच अंतर बता सकते थे।
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H1N1 से संक्रमितों के लिए उनकी सटीकता 92 फीसदी और नजले-जुकाम के वायरस के लिए 88 फीसदी तक सही थी।
यही नहीं, डेटा द्वारा लक्षण शुरू होने से एक दिन पहले हल्के और मध्यम संक्रमण वाले H1N1 के लिए 90 फीसदी और कोल्ड वायरस के लिए 89 फीसदी सटीकता के साथ अंतर करना आसान था।
हालांकि, खोज करने वाली टीम इसे COVID-19 या फ्लू का पता लगाने वाला एकदम पक्का तरीका तो नहीं मानती, लेकिन वायरस की गिरफ्त में आने पर शरीर में होने वाले परिवर्तनों की निगरानी करने का यह एक आसान उपाय हो सकता है।
टीम का मानना है कि भविष्य में हर किसी के पास शरीर की हलचल पर नजर रखने वाला एक वियरेबल डिवाइस जरूर होगा। यह एक ऐसा मॉनिटरिंग सिस्टम होगा जो डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को बीमारियों का पहले से पता लगाने में मदद करेगा।
यह रिपोर्ट जामा नेटवर्क ओपन में ऑनलाइन प्रकाशित हुई थी।