Blood clotting test: एक स्मार्टफ़ोन (Smartphone) की मदद से अब घर बैठे ही खून का थक्का जमने की समस्या यानी ब्लड क्लॉटिंग का पता लगाया जा सकता है।
इस सुविधा को मुहैया करवाया है अमेरिकी वैज्ञानिकों ने। उनके नए अविष्कार में एक स्मार्टफ़ोन ऐप (Smartphone app) की सहायता से खून का थक्का जमने का पता लग सकता है।
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम के इस अनूठे आविष्कार से प्राप्त निष्कर्षों को नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित भी किया गया है।
इस टेस्ट में खून की केवल एक बूंद, एक स्मार्टफ़ोन वाइब्रेशन मोटर (Vibration motor) और कैमरे का उपयोग होता है।
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इस पूरी प्रक्रिया को फोन के कैमरे के नीचे बने एक छोटा से कप की मदद से किया जाता है, जो एक प्लास्टिक अटैचमेंट से जुड़ा है।
इस कप में एक छोटा तांबे का टुकड़ा और एक केमिकल होता है। कप में खून की बूंद डालने पर केमिकल खून के थक्के बनाने की प्रक्रिया शुरू करता है।
फिर फ़ोन की वाइब्रेशन मोटर कप को हिलाती है। इस दौरान कैमरा कप पर नज़र रखता है, जो थक्का बनने के साथ ही हिलना बंद कर देता है।
वैज्ञानिकों का यह नवीनतम परीक्षण अभी तक सटीक पाया गया है।
वैसे तो ब्लड क्लॉटिंग शरीर के लिए बेहद अहम है मगर कुछ परिस्थितियों में यह जानलेवा हो सकता है।
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ब्लड वेसल्स में ब्लड क्लॉटिंग समस्या होने पर समय रहते इलाज करवाना अत्यंत आवश्यक होता है, अन्यथा स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ सकता है।
इससे बचने के लिए रोगियों को खून पतला करने वाली दवाएं दी जाती है, जिससे ब्लड क्लॉटिंग समस्या नहीं होती है।
हालांकि, संबंधित टेस्ट के लिए रोगियों को क्लिनिक लैब या एक महंगे घरेलू टेस्ट सिस्टम का उपयोग करना पड़ता है।
रिसर्च टीम का दावा है कि नई तकनीक की मदद से रोगी घर बैठे ही व्यावसायिक रूप से उपलब्ध सर्वोत्तम तकनीकों के समान ही सटीकता प्राप्त कर सकते है।
जो मरीज़ घर से अपने पीटी/आईएनआर स्तरों की निगरानी कर सकते है, उन्हें टेस्ट द्वारा बढ़े हुए स्तर का सुझाव देने पर केवल एक डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता होगी।
बता दें कि एक प्रोथ्रोम्बिन टाइम (Prothrombin time- PT) टेस्ट थक्का बनने में लगने वाले समय को मापता है। एक आईएनआर (International Normalized Ratio -INR ) पीटी परिणामों के आधार पर गणना का एक प्रकार है।
पीटी और आईएनआर की गणना करने के लिए फ़ोन दो टाइम स्टैम्प एकत्र करता है: पहला जब उपयोगकर्ता खून की एक बूंद डालता है और दूसरा जब धातु का छोटा टुकड़ा टेस्ट पूरा होने पर हिलना बंद कर देता है।
वैज्ञानिकों ने विभिन्न रोगियों से एकत्र किए गए तीन अलग-अलग प्रकार के खून के नमूनों पर इस पद्धति का टेस्ट किया है और सभी में टेस्ट के परिणाम व्यावसायिक रूप से उपलब्ध परीक्षणों के समान ही सटीक मिले है।
हालांकि, अभी इस डिवाइस पर कुछ और परीक्षण होने बाक़ी है, लेकिन रिसर्च टीम ने सार्वजनिक रूप से इसका कोड जारी कर दिया है।