Weight loss drugs: एक हालिया स्टडी का दावा है कि मोटापे का इलाज माइग्रेन की दवाओं द्वारा किया जा सकता है।
मोटे चूहों पर हुए कुछ प्रयासों के बाद, यूटी साउथवेस्टर्न के वैज्ञानिकों का कहना था कि माइग्रेन की दवाओं ट्रिप्टान (Triptans) से जानवरों में एक महीने के दौरान भूख और वजन कम (Weight loss) होते देखा गया।
टीम ने नतीजों को जर्नल ऑफ एक्सपेरिमेंटल मेडिसिन में प्रकाशित भी किया है।
बता दें कि ट्रिप्टान माइग्रेन और अन्य सिरदर्द को ठीक करने वाली दवाएं है। ये दवाएं सेरोटोनिन रिसेप्टर्स (Serotonin receptors) को बांधकर एंटीमाइग्रेन के रूप में असर करती है।
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दरअसल, दिमाग और शरीर में मिलने वाला हार्मोन सेरोटोनिन भूख लगने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वैज्ञानिकों ने भूख लगने में विभिन्न सेरोटोनिन रिसेप्टर्स की भूमिका को जांचा तो सेरोटोनिन 1B रिसेप्टर (Htr1b) भूख और वजन घटाने में मददगार मिला।
मोटे चूहों को प्रतिदिन फ्रोवाट्रिप्टन (frovatriptan) दवा देने से औसतन एक महीने से भी कम समय में उनके शरीर का वज़न 3.6% कम हुआ।
इसके विपरीत, बिना Htr1b वाले चूहों को फ्रोवाट्रिप्टन देने से भूख या वजन कम होने की घटना देखने को नहीं मिली।
इसे पता चला कि सेरोटोनिन 1B रिसेप्टर को बाधित करके ही दवा असर दिखाती है।
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वैज्ञानिकों के मुताबिक़, मोटापे के इलाज और भूख़ को नियंत्रित करने में Htr1b को बाधित करने वाली दवा खोजना महत्वपूर्ण हो सकता है।