Swab test for skin: यूके के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे टेस्ट का ईजाद किया है जो त्वचा (Skin) के समय से पहले बूढ़ा होने का खतरा (risk of ageing prematurely) भांप सकता है।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, न्यूकैसल यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स द्वारा तैयार किया गया यह अनोखा स्वाब टेस्ट (Swab test) बता सकता है कि त्वचा पर समय से पहले झुर्रियां पड़ने का खतरा मंडरा रहा है या नहीं।
इसे विकसित करने वाले एक्सपर्ट्स की मानें तो सूरज की रोशनी, पर्यावरण प्रदूषण और खराब नींद त्वचा की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
प्रारंभ में यह नुकसान आंखों के लिए भले ही अदृश्य हो लेकिन उनका टेस्ट ऐसे हानिकारक लक्षणों का पहले ही खुलासा कर देता है।
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इससे त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को समय रहते धीमा करने में मदद मिल सकती है।
यह Swab test त्वचा कोशिका की माइटोकॉन्ड्रिया को हुए नुकसान की जांच करके त्वचा की उम्र बढ़ने को भांप सकता है।
इसके अलावा, सूर्य के संपर्क से त्वचा के डीएनए की क्षति का निर्धारण, त्वचा सुरक्षा के उपचारों पर नज़र और देखभाल वाले कॉस्मेटिक के प्रभावों को भी बता सकता है।
इसके लिए चेहरे की त्वचा को swab किया जाता है और एक्सपर्ट्स द्वारा माइटोकॉन्ड्रिया के अंदर हुए डीएनए की क्षति का विश्लेषण किया जाता है।
जांच के परिणामों को फेस स्कैन तकनीक के साथ जोड़ा जा सकता है ताकि उपचार लायक त्वचा के क्षेत्रों को इंगित किया जा सके।
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बाद में स्किनकेयर प्रोडक्ट्स के असर को देखने के लिए भी उसी तकनीक का उपयोग किया जा सकता है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक़, त्वचा 30 से 40 दिनों में क्षति दिखाने लगती है। यह निचली परतों में विकसित होती है और अंततः त्वचा की सतह तक पहुंच जाती है। लेकिन ये टेस्ट त्वचा में हो रहे तनाव को तुरंत भांप लेता है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में इस टेस्ट का उपयोग स्किन क्लीनिक, कॉस्मेटिक बनाने वाली कंपनियों और त्वचा को जवान रखने के इच्छुक इंसानों द्वारा व्यापक रूप से किया जा सकेगा।
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