साल 2020 के पहले छ: महीनो में हेल्थ और फिटनेस से जुड़े ऐप की लोकप्रियता 50 प्रतिशत तक बढ़ी। जिसमे सबसे ज्यादा (लगभग 156 प्रतिशत) फिटनेस ऐप (fitness app) को भारत में डाउनलोड कर इस्तेमाल किया गया, ऐसा अध्ययन में पाया गया।
कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते लोगों ने जमकर हेल्थ और फिटनेस से जुड़े ऐप इस्तेमाल किये क्योंकि सभी जिम और फिटनेस स्टूडियो बंद थे।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में छपी एक खबर के अनुसार, कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण हुए बंद के चलते जब लोग घर में रहने को मजबूर हो गए तो 5 अलग-अलग क्षेत्रों के लगभग 1.5 बिलियन मोबाइल ऐप यूजर्स ने घर पर ही फिटनेस ऐप डाउनलोड कर अपनी सेहत को बरकरार रखा।
इसके चलते पूरे विश्व में 46 प्रतिशत ज्यादा फिटनेस ऐप डाउनलोड किये गए जिसमे अकेले भारत में सबसे ज्यादा 156 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि लॉकडाउन ने 1.3 बिलियन लोगों को घर में कैद कर दिया था।
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भारत के बाद मिडिल ईस्ट फिटनेस ऐप को इस्तेमाल करने में दूसरे नंबर पर (55 प्रतिशत की वृद्धि) और एशिया-पसिफ़िक में 47 प्रतिशत की वृद्धि फिटनेस ऐप डाउनलोड में दर्ज की गयी। मजे की बात ये थी की यूजर्स ने इन ऐप को न सिर्फ डाउनलोड किया बल्कि बिना भूले इस्तेमाल भी किया।
इस रिपोर्ट में गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर के डाटा को इस्तेमाल किया गया है। इसमें चीन नहीं है।
इसके विपरीत, अमेरिकियों ने फिटनेस ऐप को डाउनलोड करने और इस्तेमाल करने में सिर्फ 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कराई। हालांकि, दूसरे क्षेत्रों के मुकाबले कम ग्रोथ रेट होने के बावजूद, जिन्होंने फिटनेस ऐप को इस्तेमाल किया, उनके लिए ये मजेदार रहा खास कर यूनाइटेड स्टेट्स में।
OnePoll के सर्वे के मुताबिक, 74 प्रतिशत अमेरिकियों ने कम से कम एक फिटनेस ऐप को क्वारंटाइन के दौरान इस्तेमाल किया और 60 प्रतिशत ने तो अपने घर पर ही किये वर्कआउट से इतने आनंदित हुए की अब वो अपनी जिम मेम्बरशिप को कैंसिल करने की सोच रहे है।
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डाउनलोड और इस्तेमाल किये गए फिटनेस ऐप में Calm, Headspace और MyFitnessPal प्रमुख रहे।
इसके अलावा लॉकडाउन ने लोगो को अपने घर पर ही जिम बनाने और होम फिटनेस उपकरण लेने के लिए प्रेरित भी किया। इस रुझान की पुष्टि व्यायाम उपकरण बनाने वाली कंपनी Peloton की बढ़ी हुई प्रसिद्धि से हुई जिसकी बिक्री 2020 में दोगुनी होने को है।