Refined vs whole grains benefits: हमारे स्वास्थ्य (Health) को बनाने और बिगाड़ने में भोजन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस महत्व को सटीकता से उजागर किया है ईरान की एक स्टडी ने।
ईरानी आबादी पर हुई इस स्टडी में देखा गया कि रिफाइंड अनाज (Refined grains) का सेवन समय से पहले हृदय रोग (Heart disease) का खतरा बढ़ा सकता है, जबकि साबुत अनाज (Whole grains) ऐसा जोख़िम कम कर सकता है।
ईरान की इस्फ़हान यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिकल साइंसेज की यह स्टडी, दुबई में आयोजित अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के सम्मेलन में प्रस्तुत की जाएगी।
स्टडी करने वाले स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने विभिन्न प्रकार के अनाज खाने और समय पूर्व कोरोनरी धमनी की बीमारी (Premature coronary artery disease – PCAD) के बीच संबंधों की जांच की थी।
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विशेषज्ञों ने पाया कि 55 से 65 वर्षीय ईरानी आबादी द्वारा रिफाइंड आटे या मैदे से बनी खाद्य वस्तुओं का अधिक सेवन उनमें समय से पहले कोरोनरी आर्टरी डिज़ीज़ का ख़तरा पैदा करता था।
हालांकि, फ़ाइबर युक्त साबुत अनाज खाने से यह जोख़िम कम होता मिला।
बता दें कि कोरोनरी आर्टरी डिज़ीज़ दिल को ख़ून पहुंचाने वाली धमनियों की दीवार में प्लाक बनने से होता है। इस अवस्था में दिल को ख़ून और ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो जाती है।
कोरोनरी आर्टरी डिज़ीज़ के जोख़िम कारकों में स्मोकिंग, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई बीपी और डायबिटीज शामिल है।
विशेषज्ञों का कहना था कि अधिक मात्रा में रिफाइंड अनाज का सेवन अत्यधिक चीनी और घी-तेल वाले आहार के समान ही माना जा सकता है।
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ऐसे अनाज में स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाले महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी होती है।
2099 पुरुषों और महिलाओं की स्वास्थ्य रिपोर्ट और अस्पताल में भर्ती के मामलों की छानबीन के बाद देखा भी गया कि रिफाइंड अनाज का अधिक सेवन दिल के लिए नुकसानदायक तथा समय से पहले ही कोरोनरी आर्टरी के बढ़ते जोख़िम से जुड़ा हुआ था।
इसके विपरीत, साबुत अनाज खाने वालों में कोरोनरी आर्टरी का कम ख़तरा देखा गया।
नतीजों के बाद, विशेषज्ञों ने रिफाइंड अनाज से बनी खाद्य वस्तुओं की बढ़ती मांग पर चिंता जताई।
उन्होंने दिल की बीमारियों से बचने के लिए विभिन्न माध्यमों द्वारा लोगों को साबुत अनाज के लाभों के प्रति प्रोत्साहित करने की ज़रूरत बताई।
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