एक नई स्टडी ने बाज़ार में बिकने वाले अल्ट्रा प्रोसेस्ड फ़ूड (Ultra-processed food) के शौक़ीनों को सावधान किया है।
स्टडी के मुताबिक, अधिकांश अल्ट्रा प्रोसेस्ड फ़ूड के ज़्यादा सेवन से जल्द मौत (Early death) होने का ख़तरा है।
इसमें खासकर रेडी-टू-ईट मीट, पोल्ट्री, सीफ़ूड, स्वीट ड्रिंक्स, डेयरी से बनी मिठाई, और ब्रेकफास्ट प्रोडक्ट्स अधिक नुकसानदायक है।
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में छपे परिणाम, लगभग 30 साल तक अमेरिका में चली स्टडी पर आधारित है।
- Advertisement -
हालाँकि, स्टडी विशेषज्ञों ने सभी अल्ट्रा प्रोसेस्ड फ़ूड प्रोडक्ट्स को बैन नहीं बल्कि सीमित सेवन की बात कही है।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फ़ूड प्रोडक्ट्स में पैकेटबंद स्नैक्स, फ़िज़ी ड्रिक्स, मीठे अनाज, और तुरंत गर्म करके खाने वाली फ़ूड आइटम्स होती है।
इन प्रोडक्ट्स में अधिक कैलोरी युक्त अतिरिक्त चीनी, फैट, नमक और कई केमिकल मिले होते है। लेकिन विटामिन व फाइबर कम होते है।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फ़ूड मोटापा, हृदय रोग, डायबिटीज और आंत कैंसर के उच्च जोखिम कारक माने गए है।
वर्तमान स्टडी में 60 से अधिक अमेरिकी राज्यों की 74,563 महिलाओं और 39,501 पुरुषों की स्वास्थ्य जांच हुई थी।
- Advertisement -
स्टडी की शुरुआत में कैंसर, हृदय रोग या डायबिटीज मुक्त पुरुषों-महिलाओं ने हर दो साल में अपना स्वास्थ्य और लाइफस्टाइल बताया।
इसके अलावा, उन्होंने हर चार साल में अपने खान-पान से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी भी विस्तारपूर्वक दी।
औसतन 34 साल चली स्टडी के दौरान, शोधकर्ताओं ने 48,193 मौतों की घटना दर्ज की।
रोज़ाना अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फ़ूड की औसतन 3 सर्विंग की अपेक्षा 7 सर्विंग से अन्य कारणों व दिमागी विकारों से मरने का क्रमश: 9% व 8% अधिक खतरा था।
लेकिन अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फ़ूड सेवन से हृदय रोगों, कैंसर या साँस रोगों के कारण होने वाली मौतों का कोई संबंध नहीं पाया गया।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फ़ूड के सेवन और मृत्यु के बीच का संबंध विशिष्ट खाद्य पदार्थों के कारण अलग-अलग पाया गया।
मांस, पोल्ट्री और सीफ़ूड आधारित रेडी-टू-ईट प्रोडक्ट्स सबसे मजबूत और अत्यधिक संबंध दिखाते मिले।
इसके बाद चीनी और आर्टिफिशल स्वीटनर्स से बने ड्रिंक्स, डेयरी मिठाई और ब्रेकफास्ट फ़ूड शामिल थे।
स्टडी के अनुसार, किसी इंसान के स्वास्थ्य पर आहार की गुणवत्ता अल्ट्रा प्रोसेस्ड फ़ूड की खपत से ज़्यादा प्रभाव डालती है।
फिलहाल लंबे समय तक अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए कुछ ख़ास अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फ़ूड प्रोडक्ट्स की खपत सीमित करने की सलाह है।
Also Read: स्वीट ड्रिंक्स पीने से डिप्रेशन होने का खतरा: स्टडी