Supplements for healthy heart: लंबे समय से माना जाता रहा है कि एंटीऑक्सीडेंट्स दिल (Heart) को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
ये एंटीऑक्सीडेंट्स (Antioxidants) विटामिन और मिनरल्स में मौजूद ऐसे सूक्ष्म पोषक तत्व होते है, जो दिल के रोग करने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव (Oxidative stress) को घटाते है।
इन पोषक तत्वों को स्वस्थ खान-पान के अलावा कई सप्लीमेंट्स (Supplements) के सेवन से भी प्राप्त किया जा सकता है।
हालांकि, हृदय स्वास्थ्य के लिए सभी पोषक तत्वों के उपयोगी होने पर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है।
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इस अनिश्चितता को स्पष्ट किया है अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित एक नई स्टडी ने।
विशेषज्ञों ने आठ लाख से अधिक रोगियों को शामिल कर सूक्ष्म पोषक तत्वों पर हुए कुल 884 अध्ययनों का विश्लेषण किया है।
उन्होंने ऐसे कई सूक्ष्म पोषक तत्वों की पहचान की जो कार्डियोवैस्कुलर जोखिम को कम करते है।
साथ ही, कोई लाभ न देने वाले और हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाले पोषक तत्वों की भी सूचना दी है।
शोधकर्ताओं ने 27 विभिन्न एंटीऑक्सीडेंट सप्लीमेंट्स के मूल्यांकन से जुड़े कई परीक्षणों की गहन जांच की है।
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उन्हें इस बात के पुख्ता सबूत मिले है कि कई पोषक तत्व वाक़ई हृदय स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्रदान करते है।
इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फोलिक एसिड और कोएंजाइम Q10 दिल को स्वस्थ रखने में प्रमुख मिले है।
इसके अतिरिक्त, ओमेगा-6 फैटी एसिड, एल-आर्जिनिन, एल-सिट्रूलाइन, विटामिन डी, मैग्नीशियम, जिंक, अल्फा-लिपोइक एसिड, मेलाटोनिन, कैटेचिन, करक्यूमिन, फ्लेवनॉल, और क्वेरसेटिन भी उपयोगी कहे गए है।
हालांकि, विटामिन सी, विटामिन डी, विटामिन ई और सेलेनियम ने लंबे समय तक कार्डियोवैस्कुलर बीमारी के परिणामों या टाइप -2 डायबिटीज के ख़तरे पर कोई सकारात्मक असर नहीं दिखाया है।
नतीजों में, बीटा कैरोटीन सप्लीमेंट से सभी कारणों, दिल की बीमारियों और स्ट्रोक से होने वाली मृत्यु दर में वृद्धि की आशंका जताई गई है।
हालांकि, विशेषज्ञों ने कई स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित इंसानों पर एंटीऑक्सीडेंट्स सप्लीमेंट्स के लाभकारी प्रभावों से इंकार नहीं किया है।
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