Anti-aging Taurine: वैज्ञानिकों ने एक ऐसे एमिनो एसिड (Amino acid) का पता लगाया है जिसका इस्तेमाल एंटी-एजिंग थेरेपी (Anti-aging therapy) में किया जा सकता है।
न्यूट्रीशन जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट ने, एमिनो एसिड टॉरिन (Taurine) को बुढ़ापा लाने वाले फ्री रेडिकल्स (Free radicals) से निपटने में सक्षम बताया है।
रिपोर्ट ने ब्राजील की साओ पाउलो यूनिवर्सिटी में 55 से 70 वर्ष की 24 महिलाओं पर हुए एक क्लिनिकल ट्रायल का हवाला दिया है।
16 सप्ताह तक प्रतिदिन डेढ़ ग्राम (1.5 gm) टॉरिन कैप्सूल लेने वाली महिलाओं में बुढ़ापे को बेअसर करने वाले एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम का लेवल लगभग 20% तक बढ़ा हुआ मिला।
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इसके विपरीत, टॉरिन न लेने वाली महिलाओं में एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम की 3.5% कमी दर्ज की गई।
वैज्ञानिकों ने उम्र बढ़ने में तेजी लाने वाले फ्री रेडिकल्स पर लगाम कसने से दिल के रोग, डायबिटीज और हाई बीपी जैसी अन्य बीमारियों को भी रोकने का भरोसा जताया।
बता दें कि मछली, अंडों, चिकन, बीफ और अन्य खाद्य पदार्थों में पाया जाने वाला टॉरिन एक पोषक तत्व है, जो मानव शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
वैज्ञानिकों ने इससे पहले खिलाड़ियों और मोटे इंसानों पर भी टॉरिन के सफल परीक्षण को अंजाम दिया था।
टीम ने बेहतर एंटी-एजिंग प्रभाव के लिए टॉरिन को एक संतुलित आहार और नियमित एक्सरसाइज वाली स्वस्थ लाइफस्टाइल में शामिल करना ज़रूरी बताया।
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