मैग्नीशियम (Magnesium) का पर्याप्त सेवन कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों (Cardiovascular diseases) के विकास का ख़तरा कम कर सकता है।
एक डच स्टडी के मुताबिक, मायोकार्डियल इंफार्क्शन (Myocardial infarction) यानी हार्ट अटैक (Heart attack) के रोगियों द्वारा भोजन में पर्याप्त मैग्नीशियम लेने से असमय कार्डियोवैस्कुलर बीमारी (CVD) और सभी कारणों से मौत की संभावनाएं कम हो सकती है।
नीदरलैंड के विशेषज्ञों ने 12 वर्षों तक 4,365 रोगियों के मैग्नीशियम सेवन की जांच से इस मिनरल के स्तर और सीवीडी मृत्यु दर के बीच विपरीत संबंध का पता लगाया है।
उन्होंने रोज़ाना 322 मिलीग्राम मैग्नीशियम का सेवन सीवीडी के जोखिम और सभी कारणों से मौत की कम दर से जुड़ा बताया है।
- Advertisement -
मैग्नीशियम की अधिक मात्रा ड्यूरेटिक (Diuretics) लेने वाले मरीज़ों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद कही गई है।
ध्यान देने वाली बात है कि ड्यूरेटिक किडनी में सोडियम को रोककर अप्रत्यक्ष रूप से मैग्नीशियम अवशोषण को बाधित कर सकते है।
फ्रंटियर्स इन कार्डियोवस्कुलर मेडिसिन में प्रकाशित नतीजों में, विशेषज्ञों ने सामान्य आबादी की तुलना में सीवीडी रोगियों को भोजन में मैग्नीशियम अधिक लेने का सुझाव दिया है।
बता दें कि मांसपेशियों, नर्वस सिस्टम, हार्ट रेट, इम्यून सिस्टम, मजबूत हड्डियों के अलावा ब्लड ग्लूकोज़, ब्लड प्रेशर आदि को सुचारु रूप से चलाने के लिए मैग्नीशियम की आवश्यकता होती है।
दिल की बेहतरी के लिए यूरोपीय विशेषज्ञ पुरुषों के लिए 350 मिलीग्राम और महिलाओं के लिए 300 मिलीग्राम के दैनिक मैग्नीशियम सेवन की सलाह देते हैं।
- Advertisement -
हालांकि, सीवीडी वाले रोगियों के लिए मैग्नीशियम की मात्रा भिन्न हो सकती है।
परिणामों ने 60 से 80 वर्षीय डच पुरुष और महिला रोगियों में मैग्नीशियम सेवन की 100mg/d बढ़ोतरी को सीवीडी के 30-40% कम जोखिम और कई उपसमूहों में सर्व-मृत्यु दर से संबंधित बताया है।
भोजन में मैग्नीशियम के प्रमुख स्त्रोत बादाम, काजू, पालक, केला, मछली, सोयाबीन आदि है।
Also Read: हार्ट फेलियर टालने में 10 मिनट तेज चलना भी फायदेमंद, जानिए क्यों