Psyllium for colitis: सिलियम फाइबर सूजन रोककर अल्सरेटिव कोलाइटिस से बचाता है, ऐसा एक नई स्टडी ने कहा है।
अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative colitis) हमारी बड़ी आंत, जिसे कोलन और रेक्टम भी कहा जाता है, की अंदरूनी परत को प्रभावित करता है।
पेट की हानिकारक सूजन बढ़ने पर हमारे शरीर के पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचता है।
समस्या के इलाज में Psyllium बाइल एसिड की मात्रा में वृद्धि करता मिला है। यह तंत्र वैज्ञानिकों को पहले ज्ञात नहीं था।
- Advertisement -
इस बारे में जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट फॉर बायोमेडिकल साइंसेज ने चूहों पर परीक्षण से पता लगाया है।
परीक्षण के नतीजे सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड हेपेटोलॉजी जर्नल में प्रकाशित हुए है।
बता दें कि Psyllium फाइबर औषधीय गुणों वाले प्लांटैगो के बीजों से प्राप्त होता है।
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ आंतों और मेटाबॉल्ज़िम के लिए लाभकारी है। लेकिन विभिन्न फाइबर से एक समान लाभ नहीं मिलते है।
इसलिए स्टडी में इनुलिन, सेलूलोज़, पेक्टिन, ग्लूकोमैनन और साइलियम फाइबर को टेस्ट किया गया था।
- Advertisement -
इससे साइलियम की मेटाबॉलिक सिंड्रोम और कोलाइटिस को सुधारने की अनूठी क्षमता का पता लगा।
यहाँ तक कि साइलियम की मामूली मात्रा भी दोनों समस्याओं में मजबूत सुरक्षा प्रदान करती मिली।
Psyllium ने बाइल एसिड में वृद्धि की जिसके परिणामस्वरूप FXR बाइल एसिड रिसेप्टर सक्रिय हो गया।
कोलाइटिस रोकने के लिए इस तरह की FXR रिसेप्टर सक्रियता आवश्यक और पर्याप्त थी।
दवाओं द्वारा FXR को सक्रिय करके इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) की रोकथाम भी संभव जानी गई।
नतीजों से पता चला कि भोजन में फाइबर शामिल कर पाचन तंत्र की कई समस्याओं में लाभ हो सकता है।
Also Read: इन 5 तरीकों को डाइट में शामिल कर बचे आंत के कैंसर से