दिमाग को वृद्धावस्था में भी तेज रखना हो तो हरी पत्तेदार सब्जियां ज्यादा खाइए और रेड मीट कम, ऐसा शोधकर्ताओं ने हाल ही में हुई एक स्टडी में देखा।
एडिनबरा विश्वविद्यालय के खोजकर्ता यह देखना चाहते थे कि क्या हमारा भोजन उम्र बढ़ने पर भी सोचने-समझने की क्षमता को सुरक्षात्मक प्रभाव दे सकता है?
इस विचार को प्रमाणित करने के लिए उन्होंने 79 वर्ष की आयु के 500 से अधिक लोगों के मानसिक कौशल का परीक्षण किया, जिन्हें भूलने की बीमारी नहीं थी।
इन बुजुर्गों ने प्रॉब्लम सॉल्विंग, थिंकिंग स्पीड, मेमोरी और वर्ड नॉलेज के परीक्षणों से साथ पिछले साल के दौरान खाने-पीने की आदतों से जुड़ी एक प्रश्नावली भी भरी।
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कुछ का उनकी दिमागी सरंचना की गहन जानकारी के लिए एमआरआई (MRI) स्कैन भी हुआ।
अध्ययन में पाया गया कि अधिक हरी सब्जियों और कम मांसाहार वालों ने याददाश्त और सोचने-समझने संबंधित परीक्षणों में ज्यादा स्कोर अर्जित किये थे।
निष्कर्ष इस बात पर जोर देते है कि आहार एक स्वस्थ जीवनशैली का अभिन्न अंग है और उम्र बढ़ने पर भी पौधे पर आधारित डाइट लेते रहने से दिमागी कौशल को बरकरार रखा जा सकता है।