सेब और अन्य फलों में पाए जाने वाले प्राकृतिक यौगिक मस्तिष्क कोशिकाओं के उत्पादन को प्रभावित कर सीखने और स्मरणशक्ति बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते है।
स्टेम सेल रिपोर्ट्स पत्रिका में प्रकाशित यह खोज चूहों पर हुए एक अध्ययन में सामने आई।
शोधकर्ता इसके पीछे फलों और पौधों में पाए जाने वाले रासायनिक पदार्थ, फाइटोन्यूट्रिएंट्स (phytonutrients) को जिम्मेदार मानते है जो मस्तिष्क सहित शरीर के विभिन्न हिस्सों पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते है।
सेब के फाइटोन्यूट्रिएंट्स न्यूरोजेनेसिस (neurogenesis) यानि नए न्यूरॉन्स का निर्माण नामक प्रक्रिया को उत्तेजित करते है।
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अध्ययन में देखा गया कि जब चूहों के दिमाग से प्रयोगशाला में विकसित स्टेम सेल्स में सेब के फाइटोन्यूट्रिएंट्स को मिलाया गया तो सेल्स ने अधिक न्यूरॉन्स उत्पन्न किए और वो मरी भी नहीं।
बाद के परीक्षणों से पता चला कि चूहों को सेब के फाइटोन्यूट्रिएंट्स – क्यूरसेटिन और डीएचबीए – की उच्च खुराक देने पर उनके सीखने और स्मृति से जुड़ीं मस्तिष्क की अलग-अलग संरचनाओं में स्टेम कोशिकाओं और ज्यादा न्यूरॉन्स की वृद्धि हुई।
दिमाग में न्यूरोजेनेसिस पर देखे गए ऐसे प्रभाव इस प्रक्रिया को प्रभावित करने वाली शारीरिक एक्सरसाइज के प्रभावों के बराबर थे।
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