रोज़ाना जैतून के तेल (Olive oil) का सेवन डिमेंशिया (Dementia) से मौत के खतरे को कम कर सकता है।
ऐसा यूएस, चीन और डेनमार्क के मेडिकल रिसर्चर्स की एक टीम द्वारा की गई स्टडी से पता चला है।
नई स्टडी में टीम ने हजारों यूएस वयस्कों के दो अलग-अलग हेल्थ डेटाबेस का विश्लेषण किया था।
प्रतिदिन कम से कम 7 ग्राम ऑलिव ऑयल सेवन करने वालों की डिमेंशिया संबंधी दिक्कतों से मरने की संभावना कम थी।
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बता दें की मस्तिष्क से जुड़े डिमेंशिया रोग में सोचने, समझने और याददाश्त संबंधी क्षमताएं खत्म होने लगती है।
स्टडी में टीम ने 50 वर्षीय 60,000 से अधिक महिलाओं और 31,000 से अधिक पुरुषों का हेल्थ डेटा जांचा था।
ऑलिव ऑयल के नियमित सेवन के संभावित स्वास्थ्य लाभों को 28 वर्षों तक परखने के दौरान, डिमेंशिया से 4751 मरीज़ों की मौत हुई।
रोज़ाना आधा चम्मच ऑलिव ऑयल लेने वालों में डिमेंशिया संबंधित रोगों से मरने की संभावना 28% कम थी।
ऐसे लोगों ने मक्खन, मेयोनेज या अन्य वनस्पति तेलों की जगह ऑलिव ऑयल का अधिक सेवन किया था।
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नई स्टडी के नतीजों ने एक बार फिर मेडिटेरेनियन डाइट से स्वास्थ्य बेहतर और रोगों में कमी होने का सुझाव दिया है।
ऐसी डाइट में फलियां, सब्जियां, नट्स, मछली, डेयरी और ऑलिव ऑयल खाने पर जोर दिया जाता है।
टीम के अनुसार, डिमेंशिया घटाने में ऑलिव ऑयल का ज़्यादा उपयोग महत्वपूर्ण कारकों में से एक हो सकता है।
ऑलिव ऑयल ब्लड वेसेल्स स्वास्थ्य में सुधार और रोगजनक सूजन रोककर डिमेंशिया होने की संभावना घटा सकता है।
इस बारे में और जानकारी जामा नेटवर्क ओपन में छपी स्टडी से मिल सकती है।
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