स्पेन में हुई एक रिसर्च के अनुसार, बढ़ती उम्र में महिलाओं को अपने भोजन में प्रोटीन (Protein) सेवन का खास ध्यान रखना चाहिए।
इस आवश्यक पोषक तत्व की कमी से उनमें कमजोरी और मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाने वाली सार्कोपेनिया (Sarcopenia) बीमारी हो सकती है।
यह बीमारी मांसपेशियों की ताकत और कार्यों को घटाने के साथ-साथ कमजोरी, थकान, संतुलन और चलने-फिरने में असुविधा जैसी समस्याओं का कारण भी बनती है।
वेलेंसिया यूनिवर्सिटी सहित विभिन्न संस्थानों ने 65 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के आहार में प्रोटीन की कमी के चलते सार्कोपेनिया और इस स्थिति से उत्पन्न मोटापे (Obesity) के बीच संबंधों का अध्ययन किया।
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इस अध्ययन में 164 वैलेंसियन महिलाओं ने भाग लिया था।
उनकी डाइट की जानकारी और कई शारीरिक परीक्षण करने के बाद खोजकर्ताओं ने भोजन में प्रोटीन जैसे आवश्यक पोषक तत्व का तय सीमा से कम सेवन करने वाली महिलाओं में सार्कोपेनिया और इससे प्रभावित मोटापे की स्थिति का बढ़ना पाया।
दूसरी ओर, तय मात्रा से ज्यादा प्रोटीन खाने वाली महिलाओं को अधिक ऊर्जावान पाया गया।
रिसर्च ने बढ़ती उम्र में सार्कोपेनिया को जीवन की गुणवत्ता पर बहुत अधिक प्रभाव डालने वाली समस्या बताया है। इसे नियंत्रित करके वृद्धावस्था में भी दैनिक गतिविधियों को कई वर्षों तक सुगमतापूर्वक किया जा सकता है।
उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में प्रोटीन मैक्रोन्यूट्रिएंट की विशेष प्रासंगिकता को उजागर करती यह रिसर्च न्यूट्रीसीन हॉस्पिटलरिया पत्रिका में प्रकाशित हुई है।