Healthy diet for diabetes: डायबिटीज में सही खान-पान अत्यंत महत्वपूर्ण है, ऐसा मानना है एक नई स्टडी का।
स्टडी में डायबिटीज वालों को कम ग्लाइसेमिक वाला आहार (low glycaemic diet) खाने की सलाह दी गई है।
ऐसे आहार से ब्लड शुगर लेवल, कोलेस्ट्रॉल, वजन और अन्य जोखिम कारकों में छोटे लेकिन महत्वपूर्ण सुधार होते देखे गए है।
बीएमजे पत्रिका में प्रकाशित इस स्टडी के शोधकर्ताओं ने ऐसे सुधारों को मौजूदा दवा या इंसुलिन थेरेपी से बेहतर बताया है।
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उन्हें मिले सबूत बताते है कि कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला आहार डायबिटीज वालों के उपचार में विशेष रूप से इस्तेमाल हो सकता है।
विभिन्न खाद्य पदार्थ शरीर में शुगर के स्तर को कितनी जल्दी प्रभावित करते है, यह ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) से पता चलता है।
कई रिसर्च बताती है कि सब्जियां, फल, दालें और फाइबर वाले साबुत अनाज जैसे कम जीआई खाद्य पदार्थ डायबिटीज वालों के ब्लड शुगर स्तर को स्थिर रखने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते है।
स्टडी के परिणाम 27 परीक्षणों पर आधारित बताए गए है। सभी में तीन या अधिक हफ्तों तक डायबिटीज पर उपरोक्त आहार के प्रभावों की जांच की गई थी।
परीक्षणों में कुल 1600 के आसपास टाइप 1 या 2 डायबिटीज वाले शामिल थे। ज्यादातर मध्यम आयु वर्ग के, अधिक वजन वाले या मोटे थे और उनका इलाज दवाओं या इंसुलिन से हुआ था।
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नतीजों में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला आहार लेने वालों के ब्लड शुगर (HbA1c) में थोड़ी लेकिन फायदेमंद कमी देखी गई। ऐसा असर हाई ग्लाइसेमिक आहार लेने वालों पर नहीं हुआ।
फास्टिंग ग्लूकोज, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, शरीर के वजन, और सूजन से जुड़े सी-रिएक्टिव प्रोटीन सहित अन्य जोखिम कारकों में भी कमी दर्ज की गई। हालांकि, ब्लड इन्सुलिन, एचडीएल कोलेस्ट्रॉल, कमर के घेरे या ब्लड प्रेशर में कोई कमी नहीं मिली।
शोधकर्ताओं के अनुसार, ऐसे आहार से ब्लड शुगर स्तर में कमी के सबूत सर्वाधिक थे। इससे मरीजों को थोड़ी ही सही मगर डायबिटीज बढ़ाने वाले खतरों से राहत मिलने की बात तो पक्की निकली।
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