वजन घटाने से लेकर हृदय रोग, डायबिटीज तथा कैंसर के खतरे को कम करने के लिए आहार विशेषज्ञ खाने में फाइबर लेने की सलाह देते है।
अब एक नए अध्ययन से यह भी पता चला है कि फाइबर से, विशेषकर रजोनिवृत्त (premenopausal) महिलाओं में, डिप्रेशन को कम किया जा सकता है।
अध्ययन के परिणाम द नॉर्थ अमेरिकन मेनोपॉज़ सोसाइटी (NAMS) की पत्रिका में प्रकाशित हुए है।
क्यों होता है डिप्रेशन
- Advertisement -
अवसाद (depression) एक गंभीर मानसिक स्थिति है जो किसी के भी जीवन को न केवल प्रभावित कर सकती है बल्कि उसे आत्महत्या के लिए भी मजबूर कर सकती है। यह विकार प्रीमेनोपॉज़ल (perimenopausal) महिलाओं में अधिक व्याप्त है जिसे उनके हार्मोन में बदलाव से जोड़ा गया है।
दवाइयों पर निर्भरता में कमी
अवसाद का एंटीडिपेंटेंट्स दवाइयों से इलाज करने के बजाए अन्य विकल्पों से इसे ठीक करने के कई अध्ययन किए गए है। उनसे पता चला है कि जीवनशैली में बदलाव जैसे आहार, व्यायाम, और मेडिटेशन से इसके जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
फाइबर सेवन और डिप्रेशन का लिंक
रजोनिवृत्ति वाली महिलाओं में फाइबर सेवन और डिप्रेशन के बीच संबंधों की जांच करने वाले इस नए अध्ययन में विभिन्न उम्र की 5,800 से अधिक महिलाओं को शामिल किया गया।
- Advertisement -
पिछले अध्ययनों ने पहले ही मानसिक स्वास्थ्य के लिए फाइबर के लाभ का सुझाव दिया है, लेकिन प्रीमेनोपॉज़ल और पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में इसका प्रभाव जानने के लिए यह पहला ज्ञात अध्ययन है।
इसमें ऐसी महिलाएँ शामिल थीं, जिन्हे प्राकृतिक और शल्यचिकित्सा से रजोनिवृत्ति हुई थीं। उनके आहार में फाइबर, मुख्य रूप से फल, सब्जियों, साबुत अनाज और फलियों, का सेवन देखा गया।
कुछ महिलाओं में प्रभाव स्पष्ट दिखा
अध्ययन ने प्रीमेनोपॉज़ल महिलाओं में आहार-फाइबर सेवन में वृद्धि और अवसाद के बीच प्रभावी संबंध की पुष्टि की। लेकिन पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में कोई महत्वपूर्ण अंतर नहीं देखा गया।
इस बारे मे एस्ट्रोजेन की कमी होने के चलते पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं को फाइबर में वृद्धि से ज्यादा लाभ नहीं हुआ।
एस्ट्रोजेन महिलाओं की सेहत से जुड़ा हार्मोन है जो प्रीमेनोपॉज़ल और पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं की आंत में पाए जाने वाले सूक्ष्मजीवों के संतुलन को प्रभावित भी करता है।
अध्ययनकर्ता मानते है कि हम जो खाते हैं उसका आंत के माइक्रोबायोम पर गहरा प्रभाव पड़ता है जो स्वास्थ्य और बीमारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए स्वस्थ आहार वाली महिलाओं की सेहत और मानसिक संतुलन अच्छा रहता है। ALSO READ: पेट के बैक्टीरिया दूर कर सकते है डिप्रेशन