Less sleep enhances poorer snacking choices: एक अध्ययन में पाया गया है कि कम सोने वाले लोग अक्सर पूरे दिन में अधिक जंक फूड खाते है।
हालांकि, देर तक जागने वालों की अपेक्षा सात या अधिक घंटे सोने वालों की स्नैकिंग आदत बेहतर पाई गई है।
इसके लिए ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी की स्टडी में, 20 से 60 वर्ष की आयु वाले लगभग 20,000 अमेरिकियों की नींद और स्नैक-संबंधित आदतों का विश्लेषण किया गया।
पाया गया कि रेडीमेड स्नैक-संबंधित अधिक रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, चीनी, नमक, फैट और कैफीन सभी वयस्कों के पसंदीदा रहे, लेकिन कम नींद वाले लोगों ने एक दिन में ऐसे स्नैक्स से अधिक कैलोरी खाई।
- Advertisement -
रिसर्च करने वालों का कहना था कि समय पर न सोने से मोटापे संबंधित आदतों जैसे ज्यादा देर तक बैठना, अधिक मोबाइल या लैपटॉप इस्तेमाल करना, स्वस्थ भोजन की बजाए जंक फूड वाला स्नैक्स लेने में वृद्धि होती है।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ स्लीप मेडिसिन एंड स्लीप रिसर्च सोसाइटी ने अच्छी सेहत के लिए हर रात सात घंटे या उससे अधिक समय तक सोने की सलाह दी है।
इससे कम नींद आने पर वजन बढ़ना, मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा अधिक होता है।
रात में देर तक जागने वाले के अधिक कैलोरी और कम पोषक तत्वों वाले स्नैक्स खाने की भरपूर संभावना थी। इन चीजों में सोडा, एनर्जी ड्रिंक्स, चिप्स, कुकीज और पेस्ट्री वगैरह शामिल बताए गए।
रिसर्च के मुताबिक, देर तक जागने पर भूख लगने की संभावना बढ़ती जाती है।
- Advertisement -
रात में फलों-सब्जियों के मुकाबले अधिक कैलोरी वाले रेडीमेड फूड, सॉफ्ट ड्रिंक्स, कैफीन इत्यादि जागने वालों की पहली पसंद होते है। ऐसा खान-पान बीमारियों के जोखिम को बढ़ाता है।
स्टडी जर्नल ऑफ द एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स में प्रकाशित हुई है।