Intermittent fasting vs Calorie counting: इंटरमिटेंट फास्टिंग और कैलोरी काउंटिंग वजन घटाने वाले प्रसिद्ध उपायों में से है।
लेकिन दोनों में से कौन सा उपाय ज़्यादा वज़न कम (Weight loss) कर सकता है, यह बहस का विषय है।
इस बारे में शिकागों की इलिनॉय यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक नई स्टडी की है।
हाल ही में यह स्टडी एनल्स ऑफ़ इंटरनल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित हुई है।
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स्टडी ने इंटरमिटेंट फास्टिंग व कैलोरी काउंटिंग दोनों से ही मोटापे में कम वजन पाया है।
8 घंटे की टाइम लिमिट में भोजन करने से इंसुलिन हॉर्मोन में भी सुधार देखने को मिला है।
ऐसा स्वास्थ्य लाभ दिन में 10 या अधिक घंटे तक भोजन करने वालों में नहीं देखा गया है।
शोधकर्ताओं ने कैलोरी काउंटिंग की अपेक्षा भोजन समय सीमित करना अधिक सुविधजनक पाया है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग एवं कैलोरी काउंटिंग का असर देखने के लिए 90 मोटापाग्रस्त वयस्कों को बुलाया गया था।
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उनकी तुलना ऐसे वयस्कों से की गई जिन्होंने 10 या अधिक घंटे बिना कैलोरी में कमी के भोजन किया था।
उनके मुकाबले, दोपहर से रात 8:00 बजे तक भोजन करने वालों ने एक वर्ष बाद 4.54kg अधिक वजन कम किया।
प्रतिदिन अपनी कैलोरी का 25% कम करने वालों ने एक वर्ष बाद लगभग 5.44kg अधिक वजन घटाया।
भले ही कैलोरी काउंटिंग से वज़न ज़्यादा कम हुआ, लेकिन सेहत के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग भी लाभकारी पाई गई।