रिफाइंड अनाज और तेल से बना ज्यादा चिकना या मीठा भोजन खाने से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की कमी (Testosterone Deficiency) हो सकती है, ऐसा एक अध्ययन से पता चला है।
टेस्टोस्टेरोन एक पुरुष सेक्स हार्मोन है, जो प्रजनन और यौन कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इस हार्मोन की सामान्य सीमा आमतौर पर 300 से 1,000 नैनोग्राम/ डेसीलीटर (ng/dL) होती है। 300 एनजी / डीएल से कम स्तर टेस्टोस्टेरोन की कमी को दर्शाता है।
इससे प्रभावितों में कम कामेच्छा, घटी हुई ऊर्जा, खराब एकाग्रता और डिप्रेशन के लक्षण हो सकते है। हृदय रोग और मोटापा भी टेस्टोस्टेरोन के घटने से जुड़ा हुआ है।
- Advertisement -
चीन के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययन में, इस हार्मोन की कमी ऐसे लोगों में ज्यादा पाई गई जो मोटे थे और रिफाइंड अनाज से बने तले-भुने या मीठे खाद्य पदार्थों का ज्यादा सेवन करते थे।
इस प्रकार के भोजन का डाइटरी इंफ्लेमेटरी इंडेक्स (Dietary Inflammatory Index -DII) बहुत ज्यादा था।
DII स्वास्थ्य संबंधित परिणामों में आहार की अच्छी या बुरी भूमिका को मापने का एक तरीका है।
DII और टेस्टोस्टेरोन की कमी के बीच संबंध जानने के लिए शोधकर्ताओं ने एक स्वास्थ्य सर्वेक्षण में शामिल 4,151 पुरुषों का अध्ययन किया।
उनके खाने-पीने की आदतों के आधार पर DII की गणना की गई तो पता चला कि सर्वेक्षण में शामिल लगभग 26 प्रतिशत पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की कमी थी।
- Advertisement -
जिन लोगों ने अस्वस्थ खाद्य पदार्थ ज्यादा खाए थे उनमें, स्वस्थ भोजन खाने वालों के मुकाबले, टेस्टोस्टेरोन में कमी की संभावना 30 प्रतिशत ज्यादा थी।
और विश्लेषण के बाद देखा गया कि स्वस्थ भोजन वालों की तुलना में, उच्च DII वाले मोटे पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की कमी का जोखिम लगभग 60 प्रतिशत अधिक था।
जर्नल ऑफ यूरोलॉजी में प्रकाशित परिणाम बताते है कि ज्यादा चिकना या मीठा खाने के शौक़ीन मोटे पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन कम होने की अधिक संभावना होती है।
विशेषज्ञों का सुझाव था कि अधिक फल-सब्जियों, साबुत अनाज, बीन्स, नट्स, मछली आदि युक्त हेल्थी भोजन खाने से टेस्टोस्टेरोन स्तर में वृद्धि होती है।
ALSO READ: शाकाहार से पुरुषों में गिरता है टेस्टोस्टेरोन का स्तर