Vitamin D Importance: एक हालिया स्टडी में यूएस के वैज्ञानिकों ने पाया है कि अधिक विटामिन डी वाला दिमाग़ बेहतर काम करता है।
यह जानकारी टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं को दो सौ से अधिक इंसानों के दिमाग़ (Brain) का निरीक्षण करने पर मिली है।
उन्हें मानसिक विकारों (Mental disorders) से ग्रस्त इंसानों के दिमाग़ में विटामिन डी (Vitamin D) की कमी, लेकिन स्वस्थ इंसानों में उच्च स्तर मिला है।
नतीजे अल्जाइमर रोग और डिमेंशिया (Dementia) जैसी बीमारियों के ख़िलाफ़ मस्तिष्क स्वास्थ्य मजबूत रखने में पोषक तत्वों को आवश्यक बताते है।
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ग़ौरतलब है कि विटामिन डी शरीर में कई ज़रूरी कार्य करता है। इनमें इम्यून सिस्टम और स्वस्थ हड्डियों को बनाए रखना प्रमुख है।
विटामिन डी को धूप के अलावा, दूध, अंडे, मशरूम, मछली और संतरे के रस से प्राप्त किया जा सकता है।
70 वर्ष तक विटामिन डी की सुरक्षित खुराक 600 IU और अधिक बुजुर्गों के लिए 800 IU है। अत्यधिक मात्रा में विटामिन डी नुकसानदायक हो सकता है।
स्टडी में अल्जाइमर रोग के एक दीर्घकालिक अध्ययन से लिए गए 290 इंसानों के ब्रेन टिश्यू (Brain tissues) की जांच की गई थी।
इस दौरान वैज्ञानिक दल ने मस्तिष्क के चार क्षेत्रों में विटामिन डी की खोज की।
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उन्होंने दिमाग़ के दो क्षेत्रों को अल्जाइमर रोग, जबकि एक क्षेत्र को डिमेंशिया के दुष्प्रभावों से क्षतिग्रस्त पाया।
एक क्षेत्र अज्ञात कारणों के चलते मस्तिष्क आधारित कौशल में कमी बताता मिला।
विटामिन डी सभी ब्रेन टिश्यू में मौजूद था। लेकिन चारों क्षेत्रों में उच्च विटामिन डी का स्तर बेहतर मस्तिष्क कौशल से संबंधित था।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि विटामिन डी मानसिक क्षमताओं को सकारात्मक रूप से कैसे प्रभावित करता है।
उन्हें उम्मीद जताई कि आगे की खोज से मानसिक विकारों को दूर करने में विटामिन डी की भूमिका को बेहतर समझा जा सकता है।
लेकिन उन्होंने लोगों को मस्तिष्क कौशल बढ़ाने के लिए विटामिन डी की बड़ी खुराक का उपयोग न करने की सलाह भी दी है।
अधिक जानकारी अल्जाइमर और डिमेंशिया जर्नल में प्रकाशित रिसर्च से मिल सकती है।
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