अधिक वजन (Overweight) और टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) की समस्या से निपटने में हाई प्रोटीन डाइट (High protein diet) असरदार कही गई है।
लेकिन क्या आप जानते है कि ज़्यादा प्रोटीन युक्त डाइट से दिमाग पर बुरा असर पड़ सकता है?
जी हाँ, जिनेवा यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने अधिक प्रोटीन सेवन से नर्वस सिस्टम (Nervous system) को नुकसान बताया है।
उनके अनुसार,ज़्यादा प्रोटीन खाने से शरीर में बढ़ने वाला अमोनिया लिवर पर दबाव डालता है।
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शरीर में अत्यधिक अमोनिया से तंत्रिका संबंधी विकार (Neurological disorders) पैदा हो सकते है।
लिवर द्वारा अमोनिया शरीर से बाहर न निकाल पाने की स्थिति में प्रभावित व्यक्ति कोमा में भी जा सकता है।
जर्नल ऑफ बायोलॉजिकल केमिस्ट्री में प्रकाशित उनकी रिसर्च ने हाई प्रोटीन डाइट लेते समय सावधानी बरतने का सुझाव दिया है।
चूहों पर हुई रिसर्च में वैज्ञानिकों ने हाई प्रोटीन डाइट के सेवन से जुड़े दुष्प्रभावों की जांच की थी।
उन्हें हाई प्रोटीन डाइट दिए गए चूहों के शरीर में अमोनिया की मात्रा बढ़ी हुई मिली।
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प्रोटीन पचने से पैदा अमोनिया को लिवर ग्लूटामेट डिहाइड्रोजनेज (Glutamate dehydrogenase- GDH) एंजाइम की मदद से समाप्त कर देता है।
लेकिन, शरीर में प्रोटीन की अधिकता होने की स्थिति में GDH एंजाइम कमजोर पड़ने लगता है।
वैज्ञानिकों ने पाया कि स्वस्थ चूहों में अतिरिक्त प्रोटीन ने अमोनिया उत्पादन को बढ़ा दिया था।
लेकिन लिवर ने GDH एंजाइम की मदद से अमोनिया मात्रा को जहरीला होने से पूर्व बाहर कर दिया।
इसके विपरीत, GDH एंजाइम की कमी वाले चूहों में लिवर अमोनिया की अधिकता को घटाने में असमर्थ था।
नतीजों की मानें तो खराब GDH एंजाइम के कारण हाई प्रोटीन डाइट से अमोनिया की हानिकारक बढ़ोतरी हो सकती है।
लिवर द्वारा अमोनिया वृद्धि को समाप्त न किए जाने पर विशेष रूप से न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर हो सकते है।
इनमें अल्जाइमर रोग, डिमेंशिया, मिर्गी, सेरेब्रोवास्कुलर बीमारियां जैसे माइग्रेन, स्ट्रोक और अन्य सिरदर्द शामिल हैं।
ब्लड टेस्ट द्वारा GDH एंजाइम की कमी वालों में प्रोटीन की अधिकता से जुड़े दुष्प्रभाव जाने जा सकते है।
इसके तुरंत बाद, दुष्प्रभावों से बचने के लिए उन्हें बिना देरी किए अपनी डाइट को बदल देना चाहिए।
इसलिए हाई प्रोटीन डाइट फॉलो करने से पहले अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त करना महत्वपूर्ण है।
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