खाने-पीने की चीजों में मिलाए गए केमिकल के अधिक सेवन से हृदय रोग का खतरा बढ़ता है।
यह चौंकाने वाला खुलासा किया है फ्रांस के वैज्ञानिकों की एक टीम ने।
उन्होंने पैकेटबंद प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल होने वाले कई इमल्सीफायर (Emulsifiers) को दिल के लिए खतरनाक पाया है।
इन्हें मेयोनेज़, ब्रेड, आइसक्रीम, चॉकलेट, पीनट बटर, कुकीज़, क्रीमी सॉस आदि फ़ूड प्रोडक्ट्स में मिलाया जाता है।
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इससे फ़ूड प्रोडक्ट्स जल्दी खराब नहीं होते और उनमे मौजूद तेल व पानी अलग होने से रुके रहते है।
हालिया शोध बताते है कि इमल्सीफायर्स आंत बैक्टीरिया को नष्ट कर सकते हैं और सूजन बढ़ा सकते हैं।
ऐसी नकारात्मक स्थिति से पैकेटबंद प्रोडक्ट्स खाने वालों में हृदय-संबंधी समस्याओं की संभावना बढ़ सकती है।
इस बारे में और अधिक जानने के लिए टीम ने 95,442 फ्रांसीसी वयस्कों की जांच-पड़ताल की थी।
सभी वयस्कों ने साल 2009 और 2021 के बीच एक बड़े अध्ययन में भाग लिया था।
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उनकी औसत आयु 43 वर्ष तथा 79% महिलाएं थी। स्टडी की शुरुआत में उन्हें कोई हृदय रोग नहीं था।
सटीक जानकारी के लिए उनके आहार रिकॉर्ड, सेहत और लैब टेस्ट रिपोर्ट की छानबीन की गई।
दिल-संबंधी रोगों से जुड़ी मौतों की जानकारी फ्रांसीसी राष्ट्रीय मृत्यु रजिस्टर द्वारा प्राप्त हुई थी।
सात वर्षों के बाद, सेल्युलोज (E460-E468) और कार्बोक्सिमिथाइलसेलुलोज (E466) का अधिक सेवन खतरनाक मिला।
ये सभी इमल्सीफायर सकारात्मक रूप से कार्डियोवैस्कुलर रोग, विशेषकर कोरोनरी हार्ट डिजीज के उच्च जोखिमों से जुड़े थे।
मोनोग्लिसराइड्स और फैटी एसिड के डाइग्लिसराइड्स (E471 और E472) का अधिक सेवन भी हानिकारक था।
इन इमल्सीफायर्स में, E472b और E472c से दिल की बीमारियां होने का सर्वाधिक खतरा था।
ट्राइसोडियम फॉस्फेट (E339) का अधिक सेवन भी कोरोनरी हार्ट डिजीज के बढ़ते जोखिम से जुड़ा था।
भले ही और खोजबीन ज़रूरी है लेकिन बाजार के पैकेटबंद खाने को सीमित रखना दिल के लिए अच्छा माना गया।
इस बारे में अधिक जानकरी द ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में छपी रिपोर्ट से मिल सकती है।
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