Green tea effects on Covid-19: ग्रीन टी के औषधीय गुणों से कोरोना वायरस के हानिकारक प्रभावों को कम किया जा सकता है, ये संभावना जताई है वैज्ञानिकों की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने।
अपनी नई स्टडी में चीन और अमेरिका के तकनीकी संस्थानों से जुड़े विशेषज्ञों ने COVID-19 की रोकथाम और उपचार में ग्रीन टी पॉलीफेनोल्स (Green tea polyphenols) के संभावित उपयोग पर चर्चा की है।
उनका मानना है कि इस चाय के पॉलीफेनोल्स हमारी आंतों में रहने वाले अति सूक्ष्म जीवाणुओं (Gut microbiome) में सुधार करके नए कोरोनावायरस वैरिएंट की रोकथाम और नियंत्रण उपायों को मजबूती दे सकते है।
इस धारणा की प्रमाणिकता के लिए उन्होंने ग्रीन टी पॉलीफेनोल्स की एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गतिविधियों का मानव आंतों पर सुरक्षात्मक प्रभाव बताने वाले नवीनतम अध्ययनों का सहारा लिया है।
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उनमें ग्रीन टी पॉलीफेनोल्स के एक मुख्य एंटीऑक्सीडेंट, ईजीसीजी (Epigallocatechin gallate -EGCG) का इंसानों की सेहत और बीमारियों पर ज़बरदस्त असर बताया गया है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, इस एंटीऑक्सीडेंट को Nrf2 जैसे सुरक्षात्मक प्रोटीन के रूप में सक्रिय किया जा सकता है। यह प्रोटीन चोट और सूजन से उत्पन्न ऑक्सीडेटिव क्षति से शरीर का बचाव करता है।
ऐसा संभव होने से रोगजनक ACE2 (SARS-CoV-2 के लिए एक सेलुलर रिसेप्टर) और TMPRSS2 एंजाइम बाधित हो सकते है। परिणामस्वरूप, शरीर में SARS-CoV-2 वायरस का विकास और संक्रमण रुक जाएगा।
कई रिसर्च से पता चल है कि आंतों के बैक्टीरिया COVID-19 की रोकथाम और संक्रमण के दुष्प्रभाव कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
आंतों के माइक्रोबायोटा को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने में चाय के पॉलीफेनोल्स की भूमिका अहम देखी गई है।
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महामारी विज्ञान के अध्ययनों ने भी पुष्टि की है कि मजबूत एंटीऑक्सीडेंट क्षमता के चलते ग्रीन टी कैंसर, हृदय और तंत्रिका तंत्र की बीमारियों को रोकने में प्रभावी है।
इस कारण भी COVID-19 रोकथाम के लिए चाय के पॉलीफेनोल्स से आंतों के माइक्रोबायोटा को सशक्त कर इस्तेमाल करना फायदेमंद होने की उम्मीद है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि ग्रीन टी पॉलीफेनोल्स द्वारा आंत माइक्रोबायोटा को मजबूत बनाकर कोरोना टीकों की प्रभावशीलता भी अधिक की जा सकती है।
इस विषय में और जानकारी फ़ूड्स जर्नल से ली जा सकती है।