Plant-based Protein for Health: दुनिया भर में मांसाहार की बढ़ती खपत को कम करने के लिए फूड साइंटिस्ट अब स्वस्थ और बेहतर स्वाद वाले शाकाहारी प्रोटीन उत्पाद बनाने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित कर रहे है।
पौधों से बने ऐसे उत्पाद स्वाद और गुणों में मांस, मछली, दूध, पनीर और अंडे की तरह ही लाभकारी होंगे।
प्रयास में कार्यरत अमेरिका की मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक बेहतर शाकाहारी प्रोटीन के लिए जरूरी तकनीक की खोज कर रहे है।
हाल ही में इस विषय पर और प्रकाश डालने वाली जानकारी साइंस ऑफ फूड पत्रिका में प्रकाशित की गई।
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लेख के अनुसार, बेहतर स्थिरता, स्वास्थ्य और नैतिक कारणों से शाकाहरी खाद्य पदार्थों में इंसानों की रुचि तो बहुत है, लेकिन शाकाहारी मछली, अंडे या पनीर बनाने की कोशिश कर रही निर्माता कंपनियों को ऐसे उत्पादों के लिए आवश्यक रासायनिक सिद्धांतों का पता नहीं है।
दूसरी ओर, पौधों पर आधारित आहार पोषण के विचार से सर्वभक्षी आहार (Omnivore Diet) से बेहतर नहीं है।
दरअसल शाकाहारी उत्पादों में ऐसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी होती है, जो प्राकृतिक रूप से जानवरों के मांस, दूध और अंडे में ही मौजूद होते है।
इनमें विटामिन डी, बी 12, कैल्शियम और जिंक शामिल है। इसके अलावा, शाकाहारी उत्पादों को सुपाच्य और सभी आवश्यक अमीनो एसिड देने वाले भी होना चाहिए।
बाजार में उपलब्ध शाकाहारी मांस से बने उत्पाद सैचुरेटेड फैट, नमक और मीठे से भरे हुए होने के कारण आजकल की पीढ़ी के लिए इतने स्वस्थ नहीं है।
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इसलिए वैज्ञानिक ऐसे उत्पादों को हेल्दी बनाने की जरूरत बताते है।
उनका उद्देश्य मनुष्यों के लिए आवश्यक विटामिन और खनिजों के साथ, फाइबर और फाइटोकेमिकल्स जैसे स्वास्थ्यवर्द्धक तत्वों को शामिल करना भी है।
तभी शाकाहारी प्रोटीन का स्वाद अच्छा होगा और इंसान आसानी से इन्हें भोजन में शामिल कर पाएंगे।