B Vitamins for Metabolic Syndrome: यूएस की एक स्टडी ने फोलेट, विटामिन बी6 और बी12 को मेटाबॉलिक सिंड्रोम रोकने में मददगार पाया है।
नई स्टडी में आहार और खून में फोलेट, विटामिन बी6 और विटामिन बी12 की कम मात्रा मेटाबॉलिक सिंड्रोम से जुड़ी समस्याओं को बढ़ाने वाली मिली है।
बता दें कि मेटाबॉलिक सिंड्रोम को इंसुलिन प्रतिरोध सिंड्रोम (Insulin resistance syndrome) भी कहा जाता है।
ये असामान्य स्वास्थ्य स्थितियों का एक संग्रह है जिसमें मोटापा, हाई बीपी, ख़राब ब्लड शुगर और खून में फैट यानी डिस्लिपिडेमिया शामिल हैं।
- Advertisement -
ऐसी समस्याएं किसी व्यक्ति के हृदय रोग, स्ट्रोक, टाइप 2 डायबिटीज और अन्य गंभीर स्थितियों के जोख़िम को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ा देती हैं।
अमेरिका के श्वेत और अश्वेत युवाओं की जांच में बी विटामिनों के निम्न स्तर उपरोक्त समस्याओं के अधिक होने की संभावना से जुड़े थे।
इसके विपरीत, खून में बी विटामिनों के पर्याप्त स्तर वालों में मेटाबॉलिक सिंड्रोम का जोख़िम कम होने का अंदेशा था।
ग़ौरतलब है कि फोलेट, विटामिन बी6 और बी12 मानव शरीर में महत्वपूर्ण मेटाबॉलिज़्म प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक पोषक तत्व है।
पिछले अध्ययनों ने भी बी विटामिनों के निम्न स्तर से ब्लड शुगर, इंसुलिन, वज़न और दिल को नुकसान बताया था।
- Advertisement -
पुख़्ता जानकारी के लिए शोधकर्ताओं ने लगभग 30 वर्षों तक अमेरिका के लगभग 4,400 श्वेत और अश्वेत युवाओं की निगरानी की।
बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन की मात्रा को उनके आहार, दवाओं और स्वास्थ्य जांच के माध्यम से जाना गया।
निष्कर्ष बताते हैं कि मेटाबॉलिक सिंड्रोम की रोकथाम में फोलेट, विटामिन बी6 और विटामिन बी12 के पर्याप्त सेवन की सिफारिश की जानी चाहिए।
हालांकि, इन विटामिनों की पूर्ति के लिए सप्लीमेंट या दवाओं की अपेक्षा बी-कॉम्प्लेक्स से भरपूर खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए।
इसके अतिरिक्त, खून में इन बी विटामिनों का निम्न स्तर मेटाबॉलिक सिंड्रोम के उच्च जोख़िम का संकेतक हो सकता है।
टेक्सास स्टेट यूनिवर्सिटी की यह स्टडी जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिसिन नेटवर्क ओपन में प्रकाशित हुई थी।