एक नई रिसर्च से पता चला है कि कुछ खाद्य पदार्थ को एक विशेष समय पर खाने से हृदय रोग, कैंसर और अन्य बीमारियों से मरने का खतरा बढ़ सकता है।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित इस रिसर्च ने निष्कर्ष निकाला है कि भोजन के बाद स्टार्चयुक्त स्नैक्स (starchy snacks) खाने और पश्चिमी शैली के लंच (Western-style lunch) से हृदय रोग (heart disease) और अन्य बीमारियों से मौत होने का डर है।
लेकिन ब्रेकफास्ट या लंच में फल खाने, डिनर में रंग-बिरंगी सब्जियां खाने और शाम को डेयरी खाद्य पदार्थों को लेने से मौत का खतरा कम हो जाता है।
ऐसी रिसर्च करने वाली टीम ने उत्तम स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों की मात्रा और सेवन का समय समान रूप से महत्वपूर्ण बताया है।
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इसके लिए टीम ने एक स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आंकड़ों का उपयोग करते हुए साल 2003 से 2014 तक पूरे अमेरिका में 30 और उससे अधिक उम्र के 21 हजार से ज्यादा वयस्कों के खाने का विश्लेषण किया।
उन्होंने राष्ट्रीय मृत्यु सूचकांक का उपयोग करते हुए यह भी जाना कि इस दौरान किन वयस्कों की मृत्यु हुई।
पता चला कि किसी भी भोजन के बाद सफेद आलू या अन्य स्टार्चयुक्त स्नैक्स खाने से किसी भी बीमारी से मरने का जोखिम कम से कम 50 फीसदी और दिल से संबंधित समस्याओं से मरने का जोखिम 57 फीसदी तक बढ़ा हुआ था।
जो लोग दोपहर में बिना फाइबर वाला रिफाइंड अनाज, चिकनाई, चीज़, बाजारी तैयार मांस और ज्यादा मीठा खाते थे, उन्हें हृदय संबंधी समस्याओं से मरने का 44 फीसदी अधिक जोखिम था।
ऐसा जोखिम दोपहर के भोजन में साबुत अनाज, फल, दही और नट्स का ज्यादा सेवन करने वालों को नहीं था। उन्हें हृदय रोग से मरने का जोखिम 34 फीसदी कम था।
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रात के खाने में टमाटर, गहरे रंग वाली, लाल और नारंगी सब्जियां तथा फलियां खाने से दिल की बीमारी से मरने का जोखिम 23 फीसदी कम देखा गया।
यही नहीं, ऐसे वयस्कों में सम्पूर्ण कारणों से मौत होने का जोखिम 31 फीसदी कम पाया गया।
टीम के अनुसार, ऐसे निष्कर्ष लोगों को बेहतर स्वास्थ्य परिणामों के लिए भोजन की योजना बनाने में मदद कर सकते है।
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