जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के इलाज में स्वास्थ्यवर्धक भोजन की अहम भूमिका बताने वाली एक रिसर्च हाल ही में सामने आई।
ऑस्ट्रेलिया के एडिथ कोवान विश्वविद्यालय की इस रिसर्च में हर रोज फलों और सब्जियों (Fruits and Vegetables) से भरपूर भोजन खाने से तनाव (Stress) के स्तर को कम करने की बात कही गई है।
यह खुलासा 25 से 91 वर्ष के 8,600 से अधिक आस्ट्रेलियाई नागरिकों के फलों और सब्जियां खाने और उनके तनाव के स्तर के बीच संबंध की जांच से हुआ।
निष्कर्षों से पता चला कि रोजाना कम से कम 470 ग्राम फल और सब्जियां खाने वालों में तनाव का स्तर, 230 ग्राम से कम खाने वालों की अपेक्षा, 10 प्रतिशत घटा हुआ मिला।
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी प्रतिदिन कम से कम 400 ग्राम फल और सब्जियां खाने की सलाह देता है।
रिसर्च के विशेषज्ञों ने फलों और सब्जियों को सभी उम्र वालों के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करने वाला बताया।
उनका कहना था कि दुनिया भर में मानसिक स्वास्थ्य की गिरती स्थिति एक तेजी से बढ़ती हुई समस्या है और कोरोना महामारी ने इसे और भी खराब किया है।
वैसे तो तनाव के निचले स्तर को सामान्य माना जाता है, लेकिन लंबे समय तक इसका बने रहना मानसिक स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा कर सकता है।
उनका मानना था कि लंबे समय तक अनियंत्रित तनाव हृदय रोग, डायबिटीज, डिप्रेशन और चिंता सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है, इसलिए हमें भविष्य में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने और संभवतः कम करने के तरीके खोजने की जरूरत है।
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स्वस्थ आहार लेने के फायदे सभी को पता है, लेकिन फिर भी इसका पालन करना मुश्किल होता है।
उन्हें आशा थी कि निष्कर्षों को जानकर लोग तनाव कम करने के लिए फल और सब्जियों से भरपूर आहार लेने की आवश्यकता को समझेंगे।
हालांकि, फलों और सब्जियों से तनाव कैसे प्रभावित होता है, इसके पीछे विशेषज्ञों का अनुमान था कि ऐसा उनमें मौजूद विटामिन, खनिज, फ्लेवोनोइड्स और कैरोटेनॉइड जैसे प्रमुख पोषक तत्वों के कारण मुमकिन है।
फल और सब्जी के सेवन से जीवनकाल में तनाव को कम करने से जुड़ी रिसर्च क्लिनिकल न्यूट्रिशन पत्रिका में प्रकाशित हुई।