Coffee Health Benefits: अक्सर हम सोचते है कि ब्लैक कॉफ़ी या दूध वाली कॉफ़ी (Coffee with milk) में से कौन सी स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद रहेगी?
अब इस रहस्य से पर्दा उठाया है कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी की एक नई स्टडी ने।
स्टडी के अनुसार, दूध मिली कॉफ़ी भी इंसानों में एंटी-इन्फ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) युक्त रक्षात्मक प्रभाव पैदा कर सकती है।
दरअसल शरीर में कोई चोट, बीमारी या कमज़ोरी के कारण शरीर का इनफ्लेमेशन (Inflammation) बढ़ जाता है।
- Advertisement -
यह बढ़ा हुआ इनफ्लेमेशन कई जानलेवा बीमारियों की वजह बन सकता है।
लेकिन एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन सूजन, दर्द को कम कर सकता है।
स्टडी के विशेषज्ञों की मानें तो प्रोटीन और एंटीऑक्सिडेंट का संयोजन इम्यून कोशिकाओं में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों को दोगुना कर देता है।
इससे शरीर की श्वेत रक्त कोशिकाओं (White blood cells) और अन्य बचावकारी केमिकल्स की शक्ति बढ़ने की संभावना है।
विशेषज्ञों के अनुसार, कॉफ़ी के एंटीऑक्सिडेंट पॉलीफेनोल्स को मनुष्यों के लिए स्वस्थ माना जाता है।
- Advertisement -
ये शरीर में सूजन को जन्म देने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मददगार है।
प्रोटीन के साथ मिलने पर ये शरीर की रोगजनक जलन-सूजन या दर्द पर निरोधात्मक प्रभाव छोड़ते है।
स्टडी में पॉलीफेनोल्स और प्रोटीन बनाने वाले अमीनो एसिड के संयोजन से उपचारित इम्यून कोशिकाएं उन कोशिकाओं की तुलना में सूजन से लड़ने में दोगुनी प्रभावी थीं, जिनमें केवल पॉलीफेनोल्स शामिल थे।
विशेषज्ञों की राय में, फलों और सब्जियों के पॉलीफेनोल्स भी दूध, दही, पनीर, अंडे या मांस के अमीनो एसिड संग मिलकर इम्यून सिस्टम को मजबूत और जलन-सूजन को काम कर सकते है।
उन्हें उम्मीद जताई है कि इंसानों पर सफल परीक्षण के बाद पॉलीफेनोल्स के एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रभाव बताने वाली यह एक सफल खोज होगी।
फ़िलहाल स्टडी के बारे में विस्तारपूर्वक जर्नल ऑफ एग्रीकल्चर एंड फूड केमिस्ट्री में पढ़ा जा सकता है।
Also Read: COVID-19 इन्फेक्शन रोकने में कॉफ़ी है असरदार, जानिए कैसे