नारियल की चीनी (Coconut sugar) के सेवन से 50 पार वालों में दिल संबंधी रोग (Cardiovascular disease) कम हो सकते है।
ये जानकारी दी है अमेरिकन फिजियोलॉजिकल सोसायटी के एक जर्नल में छपी रिपोर्ट ने।
यूएस की बॉल स्टेट यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में हुई स्टडी ने कोकोनट शुगर से वृद्ध होते वयस्कों की कठोर धमनी (Artery stiffness) और ब्लड प्रेशर (Blood pressure) स्थिति में कमी बताई है।
जर्नल ऑफ़ एप्लाइड फिजियोलॉजी की रिपोर्ट में, कोकोनट शुगर रक्त वाहिकाओं (Blood vessel) के स्वास्थ्य और हाई बीपी में सुधार करते मिली है।
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फलस्वरूप, खोजकर्ताओं ने हृदय रोग के जोख़िम में कमी की संभावना जताई है।
बता दें कि हाई ब्लड प्रेशर और वृद्धावस्था में धमनी का कठोर हो जाना जैसी समस्याएं कार्डियोवैस्कुलर रोग बढ़ाती हैं।
कोकोनट शुगर नारियल से प्राप्त ऐसा प्राकृतिक स्वीटनर है जो पारंपरिक रूप से एशियाई व्यंजनों में उपयोग होता है।
इसमें विटामिन बी और सी सहित आयरन, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे मिनरल भी भरपूर होते है।
इसके अतिरिक्त, शुगर में मौजूद फ्लेवोनोइड्स और नाइट्रेट्स रक्त वाहिका स्वास्थ्य बढ़ाने के लिए जाने जाते है।
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साथ ही, इसका प्रीबायोटिक फाइबर इनुलिन ब्लड शुगर स्तर में सुधार भी करता है।
स्टडी के दौरान, आठ सप्ताह तक रोज़ाना कोकोनट शुगर सप्लीमेंट लेने वाले 55 वर्षीय बुजुर्गों के सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर और धमनी कठोरता में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया।
हालांकि, कोकोनट शुगर के सेवन से खून में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव (Inflammation and oxidative stress) बताते लक्षणों में परिवर्तन देखने को नहीं मिला।
खोजकर्ताओं ने कोकोनट शुगर को उम्र-संबंधित कार्डियोवैस्कुलर डिसफंक्शन और बीमारी का इलाज करने वाला एक नया न्यूट्रास्युटिकल बताया है।
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