एक्सरसाइज (Exercise) के दौरान ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। ऐसे में कोको फ्लेवनॉल (Cocoa flavanols) फायदेमंद साबित हो सकते है।
ये कहना है इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का जिन्होंने अपने एक प्रयोग में इस तथ्य की खोज की।
उनके मुताबिक, कोको बींस से मिलने वाले फ्लेवनॉल तेजी से ऑक्सीजन बढ़ाने में सहायक है, जिससे रक्त प्रवाह में भी सुधार होता है।
कोको पाउडर और डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले ये बायोएक्टिव कंपाउंड इंसानों को एक्सरसाइज का आनंद लेने में मदद कर सकते है।
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यही नहीं, कोको फ्लेवनॉल रक्त के थक्कों और याददाश्त का कमजोर होना भी रोकते है।
स्टडी करने वाले लिवरपूल होप और लिवरपूल जॉन मूर्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने 40 से 60 साल की उम्र वालों पर एक्सरसाइज के दौरान कोका फ्लेवनॉल के प्रभावों का परीक्षण किया।
परीक्षण में कोका फ्लेवनॉल मांसपेशियों को बेहतर रक्त प्रवाह के साथ तेजी से ऑक्सीजन देने में सहायक थे।
वैज्ञानिकों के अनुसार, बढ़ती उम्र में नियमित एक्सरसाइज न करने से फेफड़े कमजोर हो जाते है और ऑक्सीजन सोखने की क्षमता घटती जाती है।
ऐसे में ऑक्सीजन की कमी से एक्सरसाइज करने की क्षमता पर सीधा और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
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लेकिन एक्सरसाइज से पहले कोको सप्लीमेंट की 400 मिलीग्राम मात्रा ऑक्सीजन लेने में तेजी लाती है, जिससे अधिक उम्र वालों को भी एक्सरसाइज करना उत्साहजनक लगता है।
पांच सप्ताह तक चले उनके प्रयोग में कोको सप्लीमेंट लेकर एक्सरसाइज करने वालों के शरीर द्वारा उपयोग की जाने वाली ऑक्सीजन की अधिकतम मात्रा का समय लगभग 40 सेकंड से घटकर 34 सेकंड तक हो गया था। टीम ने इस कमी को बेहतर फिटनेस से जुड़ा हुआ पाया।
स्टडी यूरोपियन जर्नल ऑफ एप्लाइड फिजियोलॉजी जर्नल में प्रकाशित हुई थी।
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