Type 2 diabetes health: एक नई स्टडी ने अच्छी तरह चबाकर खाने से टाइप 2 डायबिटीज वालों की शुगर में सुधार बताया है।
स्टडी में, ख़राब दातों के कारण भोजन चबाने (Chewing) में असमर्थ डायबिटीज रोगियों की ब्लड शुगर (Blood sugar) में वृद्धि पाई गई है।
पीएलओएस वन जर्नल में प्रकाशित यह स्टडी, यूनिवर्सिटी ऑफ बफेलो स्कूल ऑफ डेंटल मेडिसिन विभाग की है।
नतीजों में मरीज़ों का ब्लड ग्लूकोज़ कंट्रोल करने के लिए भोजन अच्छी तरह से चबाने (Chewing) की सलाह दी गई है।
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यह जानकारी इस्तांबुल के एक अस्पताल में दांत दिखाने आए 94 डायबिटीज रोगियों के रिकॉर्ड से प्राप्त हुई थी।
उस रिकॉर्ड के अनुसार, भोजन चबाने में समर्थ पर्याप्त दांतों वाले मरीजों का ब्लड ग्लूकोज लेवल 7.48 था।
उनके मुक़ाबले कम दातों के कारण भोजन पूरा चबाने में असमर्थ मरीज़ों का ग्लूकोज लेवल लगभग 2% अधिक (9.42) था।
स्टडी की मानें तो बेहतर चबाने से उत्पन्न लार द्वारा ही शरीर भोजन के पोषक तत्व निकाल पाता है।
चबाने से मिलने वाले पोषक तत्वों में फाइबर भी शामिल है, जो ब्लड ग्लूकोज़ घटाने में सहायक है।
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चबाने से आंतों में पैदा प्रतिक्रियाओं के फलस्वरूप इंसुलिन स्राव में भी वृद्धि होती है।
साथ ही, हाइपोथैलेमस में भोजन से मिली तृप्ति की भावना बढ़ती है। नतीजन, मनुष्य कम भोजन खाता है।
कम खाने से वज़न बढ़ने की संभावना घटती है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज का विकास रुकने का अनुमान है।
इस आधार पर डायबिटीज रोगियों में भोजन चबाने और ब्लड शुगर कंट्रोल रखने के बीच एक मजबूत संबंध है।
ग़ौरतलब है कि डायबिटीज वालों के ब्लड ग्लूकोज़ में सिर्फ 1% की वृद्धि से हार्ट, किडनी, आंखों आदि को ख़तरा है।
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