एक हालिया स्टडी में ग्रीन टी के अर्क (Green Tea Extract) से पेट की आंतों सहित ब्लड शुगर (Blood Sugar) में सुधार जाना गया है।
स्टडी ने चार सप्ताह तक ग्रीन टी एक्सट्रेक्ट लेने वाले मेटाबॉलिक सिंड्रोम (Metabolic Syndrome) पीड़ितों में फास्टिंग ग्लूकोज़ सुधरने सहित लीकी गट (Leaky Gut) कम होने की सूचना दी है।
बता दें कि हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा और अनियंत्रित कोलेस्ट्रॉल – इन चारों के संयुक्त रूप को मेटाबॉलिक सिंड्रोम कहते है।
ख़ोज के लिए ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने एक पुरानी स्टडी में शामिल हुए 40 व्यक्तियों में से 21 मेटाबॉलिक सिंड्रोम पीड़ितों को एक महीने तक ग्रीन टी एक्सट्रेक्ट दिया।
- Advertisement -
बचे हुए 19 स्वस्थ इंसानों को ग्रीन टी एक्सट्रेक्ट नहीं दिया गया।
देखा गया कि ग्रीन टी एक्सट्रेक्ट ने मेटाबॉलिक सिंड्रोम पीड़ितों के फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज़, आंत की सूजन और लिकी गट को कम किया।
स्टडी में, ग्रीन टी का कैटेचिन नामक पॉलीफेनोल्स ऐसी समस्याओं को कम करने में लाभकारी मिला। 21 मेटाबॉलिक सिंड्रोम पीड़ितों को 28 दिनों तक 890 mg कैटेचिन (पांच कप ग्रीन टी के बराबर) दी गई थी।
परिणामों में उनके फास्टिंग ग्लूकोज़ लेवल, आंत की सूजन और छोटी आंत में हुए छेदों में अनुकूल रूप से आई कमी का पता चला।
विशेषज्ञों के अनुसार, आंत की अखंडता बनाए रखने से लिकी गट सिंड्रोम कम किया जा सकता है। साथ ही, आंत की सूजन कम होने से कार्डियोमेटाबॉलिक डिजीज जैसे हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 डायबिटीज, मोटापा आदि को भी रोकना आसान होगा।
- Advertisement -
करंट डेवलपमेंट्स इन न्यूट्रिशन जर्नल में प्रकाशित इस रिसर्च में, स्वास्थ्य पर ग्रीन टी की लाभकारी भूमिका जानने के लिए अधिक स्टडीज़ की ज़रूरत बताई गई है।