Food for healthy bones: दूध, दही और पनीर जैसे कैल्शियम और प्रोटीन (Calcium and Protein) से भरपूर खाद्य पदार्थ बुढ़ापे तक हड्डियां मजबूत रखते है।
कई देशों के वैज्ञानिकों द्वारा बुजुर्गों पर की गई एक रिसर्च के बाद यह जानकारी दी गई है। जानकारी में डेयरी प्रोडक्ट्स के सेवन से बुजुर्गों में गिरने और फ्रैक्चर होने के मामलों में कमी बताई गई है।
रिसर्च के विशेषज्ञों का कहना है कि बजाए सप्लीमेंट्स के भोजन से ही इन पोषक तत्वों को लेना प्रभावी और सुरक्षित है। हड्डियों को मजबूती देने वाला यह स्वास्थ्य उपाय हर कोई अपना सकता है।
यह सर्वविदित है कि कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर दूध, दही और पनीर जैसे खाद्य पदार्थ हड्डियों के नाजुक होने को रोकने में मदद करते है।
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लेकिन इन पोषक तत्वों की कितनी दैनिक मात्रा हड्डियों को मजबूत कर फ्रैक्चर के जोखिम को कम कर सकती है, यह जानने के लिए ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और अमेरिका के वैज्ञानिकों ने जांच शुरू की।
पता किया गया कि क्या खाद्य स्रोतों से कैल्शियम (1,300 मिलीग्राम) और प्रोटीन (1 ग्राम/किलोग्राम शरीर के वजन) की दैनिक मात्रा फ्रैक्चर का खतरा घटाने में बुजुर्गों की सहायक है या नहीं।
दो साल तक चले परीक्षण में ऑस्ट्रेलिया के 60 वृद्ध देखभाल सुविधा केंद्रों से सात हजार के लगभग बुजुर्गों की जांच की गई।
86 वर्ष की आयु वाले उन बुजुर्गों में विटामन डी की मात्रा तो भरपूर थी, लेकिन कैल्शियम और प्रोटीन का स्तर कम था।
वैज्ञानिकों ने कुछ सुविधा केंद्रों के बुजुर्गों को तो दूध, दही, और पनीर से रोजाना 1,142 मिलीग्राम कैल्शियम और 1.1 ग्राम प्रोटीन दिया। शेष को रोजाना 700 मिलीग्राम कैल्शियम और 0.9 ग्राम प्रोटीन/किलोग्राम शरीर के वजन अनुसार ही दिया जाता रहा।
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देखा गया कि ज्यादा कैल्शियम और प्रोटीन खाने वाले बुजुर्गों में सभी तरह के फ्रैक्चर का 33 प्रतिशत, हिप फ्रैक्चर का 46 प्रतिशत और गिरने से होने वाले फ्रैक्चर का 11 प्रतिशत जोखिम कम हुआ।
कैल्शियम और प्रोटीन से फ्रैक्चर के जोखिम में हुई कमी, ऑस्टियोपोरोसिस वालों में हड्डियों की ताकत बढ़ाने के लिए दी जाने वाली शक्तिशाली दवाओं के समान थी।
बीएमजे में प्रकाशित रिसर्च में, वैज्ञानिकों की सलाह थी कि डेयरी प्रोडक्ट्स के कैल्शियम और प्रोटीन से हड्डियों की सेहत सुधारना फ्रैक्चर के जोखिम को कम करने वाला एक आसान-सा प्रभावी उपचार है।