ब्लड टाइप डाइट (blood type diet) के अनुसार निर्देशित डाइट के सेवन से आपकी सेहत को काफी लाभ हो सकता है, ऐसा माना जाता रहा है।
लेकिन फिजिशियन कमेटी फॉर रिस्पॉन्सिबल मेडिसिन के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया एक अध्ययन ने ‘ब्लड टाइप डाइट’ से जुडी ऐसी मान्यता पर सवाल उठाया है।
उन्होंने पाया कि शरीर के वजन, चर्बी, प्लाज्मा लिपिड, या ग्लाइसेमिक कण्ट्रोल पर पौधों-आधारित आहार (plant based diet) के प्रभाव का ब्लड टाइप डाइट से कोई संबद्ध नहीं था।
यह नया अध्ययन एक निरुद्देश्यता नियंत्रित परीक्षण (randomly controlled trial) पर आधारित है जिसके मुख्य निष्कर्ष JAMA नेटवर्क ओपन में प्रकाशित किए गए थे।
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ज्यादा वजन वाले लोगों को दिया शाकाहार
परिक्षण बिना शुगर (diabetes) की बीमारी वाले ज्यादा वजन के (overweight) लोगों पर 16 सप्ताह के लिए किया गया। इन लोगो को 1:1 अनुपात के अनुसार एक प्रयोगात्मक समूह और एक तुलनात्मक समूह में बांटा गया।
प्रयोगात्मक समूह प्रतिभागियों ने कम वसा वाले पौधे पर आधारित आहार का सेवन किया। तुलनात्मक समूह ने कोई आहार परिवर्तन नहीं किया।
प्रमुख खोज यह है कि एक शाकाहार आधारित भोजन ने प्रयोगात्मक समूह के मेटाबोलिज़्म को तेज करते हुए तुलनात्मक समूह की अपेक्षा कैलोरी खपत में 18.7 प्रतिशत की वृद्धि की।
अब ब्लड टाइप और डाइट के बीच एक संभावित संबंध देखने के लिए शोधकर्ताओं ने प्रयोगात्मक समूह प्रतिभागियों के बीच विश्लेषण करने का अतिरिक्त कदम उठाया।
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उन्होंने विचार किया कि क्या शरीर के वजन, ब्लड लिपिड और ग्लाइसेमिक नियंत्रण पर पौधों-आधारित आहार लेने का प्रभाव एबीओ ब्लड टाइप (रक्त समूह का निर्धारण करने वाले परीक्षण को एबीओ टाइपिंग कहा जाता है) के साथ जुड़ा हुआ है।
ज्ञात हो कि “ब्लड टाइप डाइट” ए ग्रुप वाले लोगों के लिए मुख्य रूप से पौधे पर आधारित आहार लेने की सिफारिश करता है, जबकि यह ओ ग्रुप वाले लोगों के लिए भारी मांसाहार की सिफारिश करता है।
सभी ब्लड ग्रुप वाले शाकाहार से लाभान्वित
शोधकर्ताओं ने पाया कि ब्लड ग्रुप में कोई अंतर नहीं था। फिजिशियन कमेटी के अध्यक्ष नील बर्नार्ड कहते है, “जबकि ब्लड टाइप डाइट का कहना है कि ब्लड ग्रुप ए के लिए प्लांट-बेस्ड डाइट बेहतर होनी चाहिए और ब्लड ग्रुप ओ के लिए कम, तब भी यह सभी ग्रुप के लोगों के लिए फायदेमंद रहा। इस बात का कोई सबूत नहीं था कि मांसाहारी आहार किसी भी ग्रुप के लिए अच्छे है।
“हमारे शोध से पता चलता है कि सभी रक्त समूह वाले शाकाहार से समान रूप से लाभान्वित होते है, विशेष रूप से अधिक वजन वाले वयस्कों में वजन घटाने और कार्डियोमेटोबोलिक स्वास्थ्य को देखते हुए।”
शरीर के वजन, फैट मास, विसेरल फैट की मात्रा, रक्त लिपिड, फास्टिंग प्लाज्मा ग्लूकोज जैसे मुख्य परिणामों को मापा गया।
टी-टेस्ट ए टाइप के साथ अन्य सभी गैर-ए प्रतिभागियों और ओ रक्त वाले व्यक्तियों की अन्य सभी गैर-ओ प्रतिभागियों से तुलना करता है। तब ये पता चलता है कि सभी ब्लड समूह के व्यक्तियों के बीच किसी भी परिणाम में कोई महत्वपूर्ण अंतर नहीं थे।
शाकाहारी A ब्लड ग्रुप के प्रतिभागियों के वजन में परिवर्तन -5.7 किलोग्राम था और गैर-A प्रतिभागियों के -7.0 किलोग्राम था। इसी तरह, O ग्रुप के प्रतिभागियों में -7.1 किलोग्राम और गैर-O प्रतिभागियों में -6.2 किलोग्राम वजन घटा था। उन सभी प्रतिभागियों के कोलेस्ट्रॉल में भी गिरावट देखी गयी थी।
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जर्नल ऑफ़ द एकेडमी ऑफ़ न्यूट्रीशन एंड डायटेटिक्स में प्रकाशित शोध के अनुसार, सभी ब्लड टाइप वालों को पौधे पर आधारित आहार से समान रूप से फायदा होता है।