एवोकैडो (avocado) फल हमारे आंत के स्वास्थ्य (gut health) में सुधार कर सकता है, ऐसा इलिनोइस विश्वविद्यालय के एक नए अध्ययन से पता चलता है।
इस अध्ययन का उद्देश्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल माइक्रोबायोटा (gastrointestinal microbiota) पर एवोकैडो के प्रभावों तथा आंत में मौजूद सूक्ष्मजीवों और स्वास्थ्य परिणामों के बीच संबंधों का पता लगाना था।
इस बारे में शोध के प्रमुख लेखक शेरोन थॉम्पसन का कहना था कि एवोकैडो फल में ज्यादा फाइबर और मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है। इसलिए इस फल को खाने से आपको पेट भरा हुआ महसूस होता है और यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी कम करता है।
हालांकि, अध्ययन में यह स्पष्ट नहीं हुआ कि यह फल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (gastrointestinal ) सिस्टम या “आंत” में सूक्ष्मजीवों को कैसे प्रभावित करता है।
- Advertisement -
ALSO READ: गाजर का सेवन कम करता है कोलेस्ट्रॉल?
शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग भोजन में हर दिन एवोकैडो खाते है, उनकी आंत में ऐसे जीवाणुओं की अधिकता होती है जो फाइबर को तोड़ते हैं और आंतों को स्वस्थ बनाने वाले मेटाबॉलिट्स पैदा करते हैं।
अध्ययन में उनकी आंत में, एवोकैडो न खाने वाले लोगों की तुलना में, जीवाणुओं की विभिन्न किस्म की अधिकता थी।
“माइक्रोबियल मेटाबोलाइट्स ऐसे यौगिक हैं जो सेहत को प्रभावित करने वाले सूक्ष्मजीवों का उत्पादन करते हैं,” थॉम्पसन कहते हैं। “एवोकाडो के सेवन से बाइल एसिड कम होता हैं और छोटी श्रृंखला के फैटी एसिड बढ़ जाते है। यही परिवर्तन लाभकारी स्वास्थ्य परिणाम से जुड़े हैं।”
अध्ययन ने क्या बताया:
- Advertisement -
इस अध्ययन में अधिक वजन या मोटापे वाले 25 से 45 वर्ष के बीच के 163 वयस्कों को शामिल किया गया।
उन्हें नाश्ते, दोपहर के भोजन या रात के खाने के रूप में प्रतिदिन सिर्फ एक ही भोजन प्राप्त हुआ।
एक समूह ने प्रत्येक भोजन के साथ एक एवोकैडो का सेवन किया, जबकि नियंत्रण समूह ने एवोकैडो के बिना एक जैसे भोजन का सेवन किया।
12-सप्ताह के अध्ययन के दौरान सभी प्रतिभागियों ने रक्त, मूत्र और मल के नमूने प्रदान किए।
अध्ययन में भाग लेने वालों को उनकी पसंद के खाने को रोकने या बदलने की सलाह नहीं दी गई। इसके बजाय वे अपने सामान्य आहारों का सेवन करते थे, सिर्फ एक समय के भोजन के स्थान पर जो अनुसंधानकर्ता उन्हें प्रदान करते थे।
शोधकर्ताओं ने पाया कि एवोकैडो खाने वाले समूह ने इसे न खाने वाले समूह की तुलना में थोड़ी अधिक कैलोरी का सेवन किया था फिर भी उनके मल में थोड़ा अधिक फैट उत्सर्जित हुआ।
इससे क्या निष्कर्ष निकले:
अध्ययनकर्ताओं के अनुसार ज्यादा वसा उत्सर्जन का मतलब है कि शोध प्रतिभागी उन खाद्य पदार्थों से कम ऊर्जा ले रहे रहे थे जो वे खा रहे थे। यह बाइल एसिड में कमी के कारण संभव था।
“हमने पाया कि एवोकैडो समूह के स्टूल में बाइल एसिड की मात्रा कम थी और वसा की मात्रा अधिक थी। एवोकैडो में मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता हैं, जो दिल का लिए अच्छा है। इसके घुलनशील फाइबर की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण है। एक मध्यम एवोकैडो लगभग 12 ग्राम फाइबर देता है, जो प्रतिदिन 28 से 34 ग्राम निर्धारित फाइबर की मात्रा को पूरा करता है। फाइबर खाना न केवल हमारे लिए बल्कि माइक्रोबायोम के लिए भी महत्वपूर्ण है,” शोधकर्ताओं का कहना था।
“हम फाइबर को हजम नहीं कर सकते है, लेकिन कुछ आंत-जीवाणु ऐसा कर सकते है। जब हम फाइबर का उपभोग करते हैं, तो यह आंतों के बैक्टरिया और हमारे लिए बहुत अच्छा है।”