Saturated fats and heart health: कई वैज्ञानिक अध्ययनों ने जानवरों से मिलने वाले सैचुरेटेड फैट को दिल के लिए हानिकारक बताया है।
लेकिन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने इस धारणा पर संदेह जताया है।
उनका कहना है कि विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त सैचुरेटेड फैट और हृदय रोग के जोखिम के बीच संबंध में अंतर् हो सकता है।
एक नए अध्ययन में उन्होंने जानवरों के दूध की बजाए उनके मांस से मिलने वाला सैचुरेटेड फैट दिल के लिए ज्यादा खतरनाक पाया है।
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ऐसा इसलिए है क्योंकि अत्यधिक मांस खाने वालों का बढ़ा हुआ वजन दिल की बीमारियां विकसित करने में सहायक है।
अधिक मात्रा में सैचुरेटेड फैट खाना खराब कोलेस्ट्रॉल से जुड़ा होता है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
हालांकि, ऐसे फैट से भरपूर विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ, विशेष रूप से मांस और डेयरी प्रोडक्ट्स, हृदय रोग को अलग-अलग तरह से प्रभावित करते है।
वैज्ञानिकों को इस विषय में एक लाख से अधिक यूके निवासियों की जांच से पता चला है।
अध्ययन की शुरुआत में किसी को भी हृदय रोग नहीं था।
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साढ़े आठ साल तक उन पर नजर रखने के बाद, कुछ हजार निवासियों को कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (Cardiovascular Disease), हृदय रोग (Heart Disease) और स्ट्रोक (Stroke) हुआ।
वैज्ञानिकों को कुल सैचुरेटेड फैट और दिल की बीमारियों के बीच कोई स्पष्ट संबंध नहीं मिला।
हालांकि, मांस के सैचुरेटेड फैट से 5 फीसदी अधिक ऊर्जा मिलने पर कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का 19 फीसदी और हृदय रोग का 21 फीसदी अधिक डर था।
मांस खाने के विपरीत, वैज्ञानिकों को डेयरी उत्पादों से प्राप्त सैचुरेटेड फैट का दिल पर बुरा असर एकदम उल्टा मिला।
परिणाम बताते हैं कि अधिक वजन या मोटापा (Obesity) हृदय रोग और मांस से प्राप्त सैचुरेटेड फैट के बीच संबंध के लिए जिम्मेदार हो सकता है।
यूरोपियन सोसाइटी ऑफ़ कार्डियोलॉजी के सम्मेलन में प्रस्तुत इस अध्ययन के वैज्ञानिक, भोजन में सैचुरेटेड फैट से दैनिक ऊर्जा का 10 फीसदी कम हिस्सा लेने की सलाह देते है।
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