टाइप 2 डायबिटीज और मोटापे घटाने में सक्षम दवाएं किडनी के लिए भी लाभकारी हो सकती है।
यह दावा किया है एक नई स्टडी ने जिसमें GLP-1 दवाओं से किडनी रोगों में अत्यधिक कमी मिली है।
इस बारे में अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य वैज्ञानिकों ने द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी में बताया है।
GLP-1 receptor agonists ऐसी दवाएं है जो glucagon-like peptide 1 नामक हार्मोन समान काम करती है।
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यह हार्मोन इंसुलिन उत्पादन बढ़ाता है और ब्लड शुगर घटाकर टाइप 2 डायबिटीज कंट्रोल रखता है।
हाल ही में, GLP-1 agonists दवाएं मोटापे के प्रभावी उपचार में भी लोकप्रिय रही है।
डायबिटीज और हार्ट डिजीज उपचार में उपरोक्त दवाओं के लाभ पहले से ही ज्ञात हैं।
अब वैज्ञानिकों ने डायबिटीज, मोटापे और दिल के कुल 85,373 रोगियों पर GLP-1 दवाओं का असर जाना है।
गहन जांच में semaglutide (Ozempic या Wegovy), dulaglutide (Trulicity) और liraglutide (Victoza) जैसी सात GLP-1 दवाएं शामिल थी।
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प्लेसबो की अपेक्षा GLP-1 दवाओं ने किडनी फेलियर जोखिम को 16% और किडनी फंक्शन बिगड़ने को 22% तक कम किया।
किडनी फेलियर, किडनी फंक्शन बिगड़ने और किडनी रोग से मौत के जोखिम में कुल कमी 19% थी।
विश्लेषण में GLP-1 दवाओं से हार्ट डिजीज खतरा कम था तथा उपचारित रोगियों की मौत में 13% कमी थी।
पहले की अपेक्षा नई स्टडी से किडनी रोगों पर GLP-1 receptor agonists के स्पष्ट लाभ जाने गए।
यह लाभ डायबिटीज, मोटापे और हार्ट डिजीज रोगियों की किडनी पर सर्वाधिक मान्य थे।
वैज्ञानिकों ने GLP-1 दवाओं को क्रोनिक किडनी रोग पीड़ितों के लिए सुरक्षित बताया।
इस रोग का साल 2050 तक मौत का पाँचवाँ सबसे आम कारण बनने का अनुमान है।
दुनिया भर में डायबिटीज, हार्ट डिजीज और मोटापा किडनी रोग के सबसे प्रमुख कारण है।