Diabetes medications: बाज़ार में उपलब्ध कुछ डायबिटीज दवाओं का संयुक्त इस्तेमाल दिल और किडनी रोगों में लाभकारी हो सकता है।
यह जानकारी अन्तर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा की गई एक नई स्टडी से प्राप्त हुई है।
स्टडी में SGLT2is और GLP1-RAs दवाओं के संयुक्त उपचार से डायबिटीज वालों को दिल और किडनी रोग में अतिरिक्त सुरक्षा दिखी है।
बता दें कि डायबिटीज में ब्लड ग्लूकोज कंट्रोल ना होने से दिल और किडनी रोग का खतरा रहता है।
- Advertisement -
अधिक ग्लूकोज दिल और किडनी की रक्त वाहिकाओं (blood vessels) को नुकसान पहुंचाता है।
डायबिटीज के बढ़ते मामलों में कई रोगी गंभीर दिल या किडनी रोग से पीड़ित भी पाए गए है।
स्टडी में 70,000 से अधिक डायबिटीज रोगियों की सेहत और दवाओं का बड़ा विश्लेषण किया गया था।
डायबिटीज की SGLT2is और GLP-1RAs दवाओं का संयुक्त प्रभाव दिल और किडनी रोगों में लाभकारी मिला।
SGLT2is, जिसे ग्लिफ्लोज़िन (gliflozins) भी कहा जाता है, ऐसी दवाएं है जो बढ़ी हुई शुगर को पेशाब से निकाल देती है।
- Advertisement -
जबकि Ozempic जैसी GLP-1RAs दवाएं इंसुलिन रिलीज और सेंसिटिविटी में वृद्धि का काम करती हैं।
पहले हुई स्टडीज़ में भी दोनों प्रकार की दवाओं से दिल-संबंधी परशानियों में सुधार देखा गया था।
नई स्टडी में, 12 बड़े क्लिनिकल ट्रायल से एकत्रित डेटा में GLP1-RA के बिना भी SGLT2is उपयोग से फायदा जाना गया।
SGLT2is उपयोग से मायोकार्डियल इंफार्क्शन, स्ट्रोक या हृदय संबंधी मृत्यु का जोखिम 11% तक कम पाया गया।
GLP1-RAs के साथ लेने पर SGLT2is ने अस्पताल में हार्ट फेलियर या दिल संबंधी मृत्यु के खतरे को 23% तक कम किया।
GLP1-RAs संग SGLT2is दवाओं ने क्रोनिक किडनी रोग बढ़ने के जोखिम को 33% तक कम कर दिया।
दोनों दवाओं के संयुक्त उपचार ने किडनी फंक्शन में हुई सालाना गिरावट को भी लगभग 60% तक धीमा किया।
हालांकि, SGLT2is और GLP-1RAs दवाएं इकट्ठी लेने से कोई गंभीर साइड इफेक्ट्स नहीं पाए गए।
नतीजों में SGLT2is से हार्ट फेलियर व क्रोनिक किडनी रोग, जबकि GLP-1RAs से हार्ट अटैक, स्ट्रोक व किडनी रोग में सुरक्षा बताई गई।
द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी में प्रकाशित स्टडी, स्टॉकहोम में आयोजित यूरोपीय रीनल एसोसिएशन कांग्रेस में प्रस्तुत की गई थी।
Also Read: डायबिटीज में पुरुषों को महिलाओं की अपेक्षा ज़्यादा खतरा: स्टडी