Yoga and Rheumatoid Arthritis: योग करने से जोड़ों के दर्द और सूजन संबंधित समस्या (Arthritis) में आराम मिल सकता है, यह कहना है भारतीय विशेषज्ञों का।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कार्यरत विशेषज्ञों द्वारा गठिया (Arthritis) जैसी ऑटोइम्यून बीमारी (Autoimmune Disease) पर योग के सकारात्मक प्रभाव बताने वाला एक अध्ययन किया गया है।
अध्ययन का दावा है कि गंभीर गठिया के इलाज में योग क्रिया एक सहायक चिकित्सा साबित हो सकती है।
समाचारों में प्रकाशित खबरों के अनुसार, एम्स विशेषज्ञों ने योग द्वारा गठिया से संबंधित तंत्रिका (Nervous) और प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) पर लाभकारी प्रभावों सहित सूजन से जुड़ी अव्यवस्थाओं को भी कम करने की बात कही है।
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साथ ही, इस बात पर भी जोर दिया गया है कि योग स्वयं में एक ऐसा उपचार है, जो किसी बीमारी के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक दोनों पहलुओं पर असर करता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) यानी गठिया के मरीजों को हाथों-पैरों, घुटनों, पीठ या गर्दन के जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है।
वैसे तो ये बीमारी ज्यादातर बुजुर्गों में पाई जाती है, लेकिन खराब लाइफस्टाइल के चलते अब युवा भी इसकी चपेट में आ रहे है।
यह एक ऐसी ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर की इम्यूनिटी स्वस्थ कोशिकाओं को ही नुकसान पहुंचाना शुरू कर देती है।
विश्व भर में मिलने वाले मामलों में पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं इस समस्या से ज्यादा परेशान रहती है।
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ऐसे ही जोड़ों के दर्द और सूजन की दिक्कत वाले 66 रोगियों पर हुआ यह अध्ययन, साल 2017 और 2020 के बीच एम्स, नई दिल्ली में आयोजित हुआ बताया गया है ।
अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि इलाज की कमी के बावजूद, योग-आधारित जीवनशैली अपनाने से उन मरीजों के रोग को नियंत्रित किया जा सका।
इससे न केवल उनके जोड़ों के लचीलेपन में सुधार हुआ बल्कि दर्द भी कम हुआ।
योग में बीमारी ठीक करने के अलावा मन की रोग पर विजय पाने की क्षमता को सशक्त करने की भी अपार शक्ति है, ऐसा अध्ययन के विशेषज्ञों का कहना है।
उनके निष्कर्षों को फ्रंटियर्स इन बायोसाइंस पत्रिका में प्रकाशित किए जाने की सूचना दी गई है।
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