हमारा व्यवसाय (Profession) और शिक्षा (education) दिमाग के स्वास्थ्य (Brain health) पर आजीवन असर डालते है, ये कहना है इटली के बुजुर्गों पर हुई एक स्टडी का।
इतालवी वैज्ञानिकों के हालिया अध्ययन से पता चलता है कि जीवन भर हम जो काम करते है वह हमारे दिमाग को स्वस्थ रखने में सक्रिय भूमिका निभाता है। ऐसा ही सकारात्मक असर हमारी पढ़ाई-लिखाई का भी होता है।
ये दोनों ही उम्र बढ़ने से मस्तिष्क में उत्पन्न होने वाले सामान्य और गंभीर विकारों को नियंत्रित रखने में योगदान देते है।
इस जानकारी से जुड़े प्रमाण स्टडी में शामिल प्रतिभागियों के न्यूरोसाइकोलॉजिकल परीक्षणों की एक श्रृंखला से प्राप्त हुए है।
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परीक्षणों के विश्लेषण ने आश्चर्यजनक रूप से दर्शाया कि उम्र और शिक्षा के अलावा व्यवसाय भी बुजुर्गों के बेहतर मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में अहम है।
वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि एजुकेशन लोगों की मानसिक क्षमता में आने वाली गिरावट को रोकती है।
अध्ययन में बेहतर मानसिक स्वास्थ्य और क्षमता प्रदर्शित करने वाले बुजुर्ग ज्यादातर जटिल व्यवसाय या नौकरियां करने वाले और उच्च शिक्षा प्राप्त थे।
यूरोपियन जर्नल ऑफ न्यूरोलॉजी में प्रकाशित परिणाम, उम्र बढ़ने पर भी मानसिक क्षमता और स्वास्थ्य को मजबूत रखने के लिए आजीवन सीखने, सामाजिक संबंधों और उद्देश्य की भावना को बनाए रखने तथा स्वतंत्र रूप से कार्य करने की क्षमता को आवश्यक बताते है।
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