हमारे चलने के ढंग से ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) यानी जोड़ों में दर्द की बीमारी विकसित होती है, ये कहना है एक नई स्टडी का।
स्टडी करने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि लोग चलते समय अनजाने में कुछ जोड़ों पर अधिक दबाव डालते है, जिससे उनमें ऑस्टियोआर्थराइटिस की शुरुआत का खतरा बढ़ता है।
अध्ययन के मुताबिक, चलते समय कूल्हों और घुटनों पर अधिक दबाव डालना मतलब भविष्य के गठिया रोग की नींव रखना है। हालांकि, इन आदतों में जल्दी सुधार से बीमारी पर काबू पाया जा सकता है।
ब्रिटिश कोलंबिया और सिडनी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस अध्ययन में, इंसानों के चलने-फिरने के ढंग से जुड़ी कुछ पुरानी रिसर्च और तस्वीरों का विश्लेषण किया गया था।
- Advertisement -
पाया गया कि चलने के दौरान इंसानों की कुछ हरकतें कूल्हों और घुटनों में ऑस्टियोआर्थराइटिस की शुरुआत और प्रगति का जोखिम पैदा कर सकती है।
विश्लेषण में चलने का एक खास तरीका घुटने में ऑस्टियोआर्थराइटिस का लगभग दो गुना अधिक खतरा पैदा करने वाला मिला। इसमें चलते समय व्यक्ति घुटना थोड़ा बाहर की तरफ मोड़ता है और जब कदम उठाता है तो उसे सीधा कर लेता है।
विशेषज्ञ अब प्रयोगशाला में उन तरीकों की पहचान कर रहे है जो रोग की प्रगति को धीमा करने के लिए जोड़ों से दबाव हटाने में मददगार हो।
इसके अलावा, अनुसंधान समूह अलग-अलग चलने के पैटर्न को देखते हुए एक क्लीनिकल ट्रायल भी जारी रखे हुए है।
इसके निष्कर्ष ऑस्टियोआर्थराइटिस और कार्टिलेज में प्रकाशित किए गए है।
- Advertisement -
Also Read: एक्सरसाइज से बनाए हड्डियों और इम्यून सिस्टम को मजबूत: स्टडी