एक नई रिसर्च से पता चला है कि देर तक बैठने या आराम से लेटे हुए किताब पढ़ने, कंप्यूटर, टीवी, और स्मार्टफोन उपयोग करने वालों को स्ट्रोक (Stroke) का जोखिम अधिक होता है।
यह खतरा शारीरिक रूप से सक्रिय रहने वालों की अपेक्षा कम फिजिकल एक्टिविटी (Physical Activity) करने वाले युवाओं को ज्यादा बताया गया है।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की पत्रिका स्ट्रोक में छपी इस रिसर्च में, 35 से 64 वर्ष की आयु वालों को अधिक समय आराम फ़रमाने और कम फिजिकल एक्टिविटी से स्ट्रोक सहित हृदय रोग का खतरा देखा गया है।
इस बारे में रिसर्च करने वाले अमेरिकी वैज्ञानिकों ने साल 2000, 2003, 2005, 2007 से 2012 तक के कनाडा स्वास्थ्य सर्वेक्षण में भाग लेने वाले बिना स्ट्रोक, हृदय रोग या कैंसर वाले 1,43,000 वयस्कों की समीक्षा की।
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लगभग 10 वर्षों तक वैज्ञानिकों ने सर्वे के प्रतिभागियों पर नजर रखी और अस्पताल के रिकॉर्ड से स्ट्रोक का पता लगाया।
विश्लेषण में पाया गया कि दिन में आठ या अधिक घंटे आराम से बैठे या लेटे रहने वाले 60 वर्ष और उससे कम उम्र के वयस्कों को, चार घंटे से कम समय तक बैठने वालों के मुकाबले, स्ट्रोक का चार गुना अधिक खतरा था।
दिन में आठ या अधिक घंटों तक बैठने वालों और कम फिजिकल एक्टिविटी करने वालों को, चार घंटे से कम समय बैठने वालों तथा ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करने वालों की तुलना में, स्ट्रोक पड़ने का सात गुना अधिक डर था।
वैज्ञानिकों की सलाह थी कि कार्डियोवैस्कुलर संबंधित समस्याओं और स्ट्रोक के खतरे को कम करने के लिए विशेषकर युवाओं को ज्यादा शारीरिक गतिविधि करने और कम समय बैठने या लेटने में बिताना चाहिए।
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