Blood Proteins Affect Human Aging: वैज्ञानिकों ने इंसानों के खून में स्वस्थ और लंबे जीवनकाल को प्रभावित करने वाले दो प्रोटीनों की खोज की है।
उम्र से जुड़े सबसे बड़े आनुवंशिक अध्ययन के अनुसार, इन प्रोटीनों को लक्षित करने वाली दवाओं का विकास करके उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है।
नवीनतम शोध में जांच की गई थी कि कौन से प्रोटीन उम्र बढ़ने की प्रक्रिया और बीमारियों के विकास को प्रभावित कर सकते है।
कुछ लोगों में स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले ऐसे प्रोटीनों के उच्च या निम्न स्तर होते है, क्योंकि उन्हें डीएनए अपने माता-पिता से विरासत में मिलता है।
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इस बारे में और जानने के लिए एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने उम्र बढ़ने से जुड़ी हजारों लोगों की अनुवांशिक जानकारी इकठ्ठा करने वाले छह बड़े अध्ययनों का विश्लेषण किया।
उनमें ढूंढे गए 857 प्रोटीनों में से दो प्रोटीन ऐसे मिले जिनका उम्र बढ़ने पर महत्वपूर्ण नकारात्मक प्रभाव पाया गया।
जिन लोगों के डीएनए में इन प्रोटीनों का स्तर बढ़ा हुआ था वे कमजोर और खराब स्वास्थ्य वाले थे। साथ ही, उनमें अन्यों की तुलना में असाधारण रूप से लंबा जीवन जीने की संभावना भी कम थी। .
पहला प्रोटीन, जिसे एलपीए (Apolipoprotein- LPA) कहा गया, लिवर में बनता है। माना जाता है कि यह थक्के (Clotting) बनाने में प्रमुख भूमिका निभाता है।
एलपीए का उच्च स्तर एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) के जोखिम को बढ़ा सकता है। यह एक ऐसी स्थिति जिसमें धमनियां चिकनाईयुक्त पदार्थों से भर जाती है। फलस्वरूप, हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।
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दूसरा प्रोटीन, वीसीएएम 1 (Vascular Cell Adhesion Molecule 1 – VCAM1), मुख्य रूप से एंडोथेलियल कोशिकाओं की सतहों पर पाया जाता है। यह रक्त वाहिकाओं (Blood vessels) के फैलने और संकुचन को नियंत्रित करता है।
शरीर में संक्रमण के समय VCAM1 के स्तर में वृद्धि होती है। VCAM1 तब प्रतिरक्षा कोशिकाओं को एंडोथेलियल परत को पार करने में सहायता करता है। ऐसा उन्हीं लोगों में देखा जाता है, जिनमें इन प्रोटीनों का स्वाभाविक रूप से निम्न स्तर होता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि बीमारियों का इलाज करने वाली दवाओं से LPA और VCAM1 के स्तर को कम करके जीवन की गुणवत्ता और लंबाई में सुधार का अतिरिक्त लाभ हो सकता है। ऐसा हृदय रोग कम करने के लिए एलपीए घटाने वाली एक दवा के परीक्षण में देखने को मिला है।
हालांकि, VCAM1 से जुड़े परीक्षण नहीं हुए है। चूहों पर हुए अध्ययनों में इस प्रोटीन के स्तर को कम करने वाली एंटीबॉडी से बुढ़ापे के दौरान मानसिक कुशलता में सुधार होने के लक्षण जरूर देखे गए है।
रिसर्च के निष्कर्ष नेचर एजिंग पत्रिका में प्रकाशित हुए है।
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