Health benefits of daylight: हर दिन पर्याप्त मात्रा में धूप मिलने से मूड और नींद की गुणवत्ता पर सकारात्मक असर होता है, ये कहना है एक रिसर्च के वैज्ञानिकों का।
मोनाश यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में किए गए एक नए अध्ययन में दिन का उजाला कम मिलने पर डिप्रेशन के लक्षण, खराब मूड, कमजोर नींद तथा नींद से जुड़ी इनसोमनिया (Insomnia) बीमारी का खतरा देखने को मिला।
अध्ययन के नतीजे शरीर को बेहतर ढंग से कार्य करवाने के लिए पर्याप्त दिन के उजाले के महत्व पर प्रकाश डालते है। ये नतीजे यूके बायोबैंक से प्राप्त चार लाख से अधिक इंसानों की स्टडी के विश्लेषण पर आधारित बताए गए है।
इन परिणामों को सर्कैडियन सिस्टम पर दैनिक प्रकाश के असर और मस्तिष्क में भावनाओं से जुड़े क्षेत्रों पर सूरज की रोशनी के प्रत्यक्ष प्रभावों द्वारा समझा जा सकता है।
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अध्ययन के अनुसार, वर्तमान समय में हम सबसे अधिक जागने के घंटे ऑफिस के मध्यम कृत्रिम प्रकाश में बिताते है। ऐसे में, दिन का उजाला कम मिलने से दिमाग पर बुरा असर होता है, जिससे नींद और मूड की खराबी के कारण डिप्रेशन हो सकता है।
अध्ययन में सलाह दी गई है कि जब सूरज निकलता है तो जितना हो सके उतना समय प्राकृतिक रोशनी में रहे। दिन छिपने के बाद ही कृत्रिम प्रकाश में काम करें।
एक अंतरराष्ट्रीय शोध दल द्वारा यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में हुए इस अध्ययन को जर्नल ऑफ अफेक्टिव डिसऑर्डर में प्रकाशित किया गया है।