Time-restricted eating benefits: समय की पाबंदी के साथ संतुलित आहार लेना या थोड़ा उपवास रखकर फिर भोजन करने से अनेकों स्वास्थ्य लाभ मिल सकते है।
यह बताने वाले साल्क इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल स्टडीज के वैज्ञानिकों का मानना है कि इस उपाय से वजन घटाने के अलावा टाइप 2 डायबिटीज, फैटी लीवर, लिवर कैंसर और यहां तक कि कोरोना जैसे संक्रामक रोगों की रोकथाम भी संभव है।
हालांकि, उपवास या समय-पाबंदी का अनुसरण करने वाली डाइट अपनाने से सभी इंसानों को समान लाभ नहीं मिलते, बल्कि ये लिंग और उम्र पर निर्भर हो सकते है।
वैज्ञानिकों द्वारा चूहों पर किए एक अध्ययन के निष्कर्ष, ऐसी डाइट आजमाने पर फैटी लीवर डिजीज से छुटकारा मिलना बताते है।
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इससे जवान और अधेड़ उम्र के चूहों और चुहियों में ब्लड ग्लूकोज स्तर तेजी से सुधारते भी देखा गया है। हालांकि, सारा समय भोजन करने वाली चुहियों के ब्लड शुगर स्तर पर ऐसा सकारात्मक असर देखने को नहीं मिला।
सेल रिपोर्ट्स पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन, खाने के समय को सीमित करने से डायबिटीज और मोटापे से होने वाली बीमारियों को रोकना या ठीक करना संभव बताता है।
यही नहीं, ऐसे आसान और सस्ते उपाय ने नर और मादा चूहों को विषाणुओं के संक्रमण से होने वाले जानलेवा सेप्सिस से भी बचाया है।
आगे और अध्ययन में, सीमित समय के भोजन ने चूहों की मांसपेशियों को टिकाए रखने, बढ़ाने और प्रदर्शन में सुधार योग्य भी बनाया, लेकिन इसका असर चुहियों पर नहीं पड़ा।
ऐसे में वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह उपाय बुजुर्गों की मांसपेशियों को मजबूत रखते हुए उन्हें गिरने से बचाने में सहायक हो सकता है।