Obesity treatment: मोटापे और संबंधित समस्याओं से निपटने में सीमित आहार (Diet) व एक्सरसाइज (Exercise) अचूक उपाय माने गए है।
हालाँकि, स्थायी परिणाम पाने के लिए जीवनशैली में सही बदलाव बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
अब एक नए अध्ययन ने समय-प्रतिबंधित भोजन (time-restricted eating) को उच्च-तीव्रता की एक्सरसाइज (high intensity functional training) के साथ अपनाने की सलाह दी है।
इससे शारीरिक संरचना और मोटापे, हाई बीपी, ब्लड शुगर जैसे कार्डियोमेटाबोलिक (Cardiometabolic) लक्षणों में अधिक सुधार की संभावना है।
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पिछले अध्ययनों ने भी समय-प्रतिबंधित भोजन और उच्च-तीव्रता की एक्सरसाइज को इंसानी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद कहा था।
समय-प्रतिबंधित भोजन एक ऐसा आहार है जिसमें क्या खाना है कि जगह भोजन समय पर ध्यान दिया जाता है।
उच्च-तीव्रता की एक्सरसाइज में कम समय की एरोबिक और रेजिस्टेंस एक्सरसाइज को बढ़ावा दिया जाता है।
नए अध्ययन में शारीरिक बनावट और कोलेस्ट्रॉल, ब्लड ग्लूकोज व लिपिड स्तर जैसे कार्डियोमेटाबोलिक स्वास्थ्य संकेतों पर दोनों का असर जांचा गया।
मोटापाग्रस्त 64 महिलाओं को समय-प्रतिबंधित भोजन (केवल आहार), उच्च-तीव्रता एक्सरसाइज, या समय-प्रतिबंधित भोजन सहित उच्च-तीव्रता एक्सरसाइज जैसी तीन श्रेणियों में रखा गया।
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समय-प्रतिबंधित आहार लेने वाली महिलाओं ने केवल सुबह 8:00 बजे से शाम 4:00 बजे के बीच ही खाना खाया।
तेजी से एक्सरसाइज करवाए गए समूह की महिलाओं ने एक प्रशिक्षक के साथ प्रति सप्ताह तीन दिन एक्सरसाइज की।
12 सप्ताह के बाद, तीन समूहों की महिलाओं के वजन, कमर और कूल्हे के आकार में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई।
इसी तरह, सभी समूहों की महिलाओं के लिपिड और ब्लड ग्लूकोज स्तर में भी सकारात्मक परिवर्तन देखे गए।
लेकिन आहार संग एक्सरसाइज वाले समूह के बॉडी फैट और ब्लड प्रेशर में, केवल आहार पर निर्भर रहने वालों की अपेक्षा ज़्यादा कमी मिली।
आहार संग एक्सरसाइज अपनाने वाली महिलाओं को अन्यों की अपेक्षा स्वास्थ्य में अधिक लाभ मिलने का अनुभव हुआ।
शोधकर्ताओं के अनुसार, उच्च तीव्रता की कसरत संग निश्चित समय में भोजन सेहत और लाइफस्टाइल रोगों को सुधार सकता है।
ट्यूनीशिया, फ्रांस, और जर्मनी के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का यह अध्ययन पीएलओएस वन जर्नल में प्रकाशित हुआ था।